डीएनए हिंदी: गोवर्धन पूजा का हिंदू धर्म में बड़ा महत्व है. यह दिवाली के पांच त्योहारों में से एक है, जिसकी शुरुआत धनतेरस के दिन होती है और आखिरी त्योहार भाई दूज के बाद गोवर्धन पूजा का होता है. गोवर्धन पूजा कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि में की जाती है. इस दिन घर में गाय के गोबर से गोवर्धन भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति बनाकर उनकी पूजा की जाती है. भगवान की कथा पढ़कर भोग प्रसाद लगाया जाता है. गोवर्धन भगवान की पूजा पुरुष करते हैं. शास्त्रों की मानें तो भगवान श्री कृष्ण ने देवों के राजा इंद्र का घमंड चूर करने के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी सबसे छोटी उंगली पर उठा लिया था. उन्होंने पूरे गोकुल की रक्षा की थी. यही वजह है कि गोवर्धन का त्योहार मथुरा और वृंदावन में मुख्य रूप से मनाया जाता है. इसके लिए जोर शोर से तैयारी की जाती है. हालांकि इस बार गोवर्धन कब है. इसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. कुछ लोग 14 तो कुछ लोग 15 नवंबर को गोवर्धन मनाने की बात कर रह हैं. आप भी असमंजस में हैं तो आइए बताते हैं कि किस दिन गोवर्धन पूजा का त्योहार मनाया जाएगा. इसके साथ ही शुभ मुहूर्त और पूजा की विधि 

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इस दिन होगी गोवर्धन पूजा

पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि में गोवर्धन पूजा की जाती है. इस बार यह तिथि 14 नवंबर को पड़ रही है. प्रतिपदा तिथि मंगलवार को शाम 4 बजकर 19 मिनट से शुरू होकर 15 नवंबर को बुधवार दोपहर 2 बजकर 41 मिनट पर समाप्त होगी. शास्त्रों की मानें तो गोवर्धन पूजा प्रदोष काल में मनाया जाता है. इसलिए यह गोवर्धन पूजा 14 नवंबर को ही मनाया जाएगा. 

जानें गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त 

गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 4 बजकर 18 मिनट से लेकर 8 बजकर 42 मिनट तक रहेगा. इस समय में गोवर्धन पूजा करना बहुत ही शुभ दायक होगा. भगवान श्री कृष्ण की कृपा प्राप्त होगी. इसके साथ ही घर में सुख समृद्धि का वास होगा. 

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गोवर्धन पूजा की पूजा विधि

गोवर्धन के दिन गाय के गोबर से गोवर्धन भगवान की प्रतिमा बनाई जाती है. इसे अच्छे से रंग और खिल पताशों से सजाया जाता हे. इसके बाद दीप धूप जलाकर भगवान की पूजा की जाती है. इस दौरान गोवर्धन महाराज की कथा पढ़ने के आरती और कृष्ण मंत्रों का उच्चारण किया जाता है. पूजा के बाद भगवान गोवर्धन को अन्नकूट का भोग लगाकर प्रसार बांटा जाता है. गोवर्धन भगवान की सात या ग्यारह परिक्रमा लगाकर लगाने का विधान है. इस दिन गायों की पूजा करने से भी भगवान श्री कृष्ण प्रसन्न होते हैं. ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि का वास होता है.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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govardhan puja 2023 date puja vidhi and shubh muhurat 14 november govradhan ki katha and aatri
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दिवाली के बाद 14 या 15 नवंबर कब है गोवर्धन पूजा, जानें तारीख शुभ मुहूर्त और पूजा
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Govardhan 2023 Puja Date And Shubh Muhurat
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दिवाली के बाद 14 या 15 नवंबर कब है गोवर्धन पूजा, जानें तारीख शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

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