डीएनए हिंदी: What Will You Become In Your Next Life, Hidden Truth in Garud Puran- सनातन धर्म में गरुड़ पुराण का विशेष महत्व है. इस ग्रंथ को व्यक्ति के मरणोपरांत पढ़ा जाता है. इस पवित्र ग्रंथ में मनुष्य के कर्म का लेखा-जोखा बताया गया है. जिससे व्यक्ति के पाप और पुण्य निर्धारित होते हैं. इसके अलावा इस पुराण में यह भी जानकारी मिलती है कि मरने के बाद व्यक्ति अगले जन्म में महिला बनेगा या पुरुष? या फिर मनुष्य योनी से निकलकर किसी कीड़े-मकौड़े का जीवन मिलेगा. इस लेख के माध्यम से हम आपको बता रहे हैं गरुड़ पुराण में बताए गए उन बातों को जो मनुष्य के अगले जन्म का रहस्य खोलता है. चलिए जानते हैं इसके बारे में..
इन कर्मों के आधार पर तय होता है मनुष्य का अलग जन्म
1 गरूड़ पुराण के अनुसार कोई पुरुष अगर महिलाओं वाला आचरण करता है या स्वभाव में महिलाओं वाली आदतें ले आता है. ऐसे पुरुषों को अगले जन्म में स्त्री के शरीर में जन्म मिलता है.
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2 जो व्यक्ति मृत्यु के समय भगवान का नाम लेता है वह व्यक्ति मुक्ति के मार्ग पर अग्रसर हो जाता है. इसलिए कहा जाता है कि मरते समय राम का नाम लेना चाहिए. इससे मनुष्य को मुक्ति मिलती है.
3 गरुड़ पुराण के अनुसार स्त्री की हत्या, गर्भपात करने या कराने वाले लोग, गाय की हत्या करने वाले लोगों को नरक की यातनाएं भोगनी पड़ती हैं और अगले जन्म में चांडाल योनी में जन्म मिलता है.
4 गरुड़ पुराण के अनुसार जो लोग महिलाओं का शोषण करते उन्हें अगले जन्म में भयानक रोग से जूझना पड़ता है. जिसकव अलावा पत्नी के साथ दुराचार करने वाले लोगों को कुष्ठ रोग जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ता है.
5 अगर कोई व्यक्ति किसी के साथ छल, कपट करता है या उन्हें धोखा देता है तो उन्हें अगले जन्म में उल्लू का जन्म मिलता है. इसके अलावा झूठी गवाही देने वाला व्यक्ति दूसरे जन्म में अंधा पैदा होता है.
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6 अगर कोई व्यक्ति हिंसा करके परिवार का पालन-पोषण करता है. तो उसे अगले जन्म में तमाम तरह की यातनाएं सहनी पड़ती हैं. लूटपाट या जानवरों को सताना या फिर उनका शिकार करने वाला अगले जन्म में किसी कसाई हत्थे चढ़ने वाला बकरा बनते हैं.
7 माता-पिता और भाई-बहन को प्रताड़ित करने वाले लोगों को मनुष्य के रूप में अगला जन्म तो मिलता है लेकिन उनकी मृत्यु धरती पर आने से पहले हो जाती है यानी ऐसे लोगों की मृत्यु गर्भ में ही हो जाती है.
8 कहा जाता है गुरु का अपमान करने से भगवान का भी अपमान होता है. ऐसे में गुरु का अपमान करने से व्यक्ति को नरक भोगना पड़ता है. इसके अलावा गरुड़ पुराण में कहा गया है कि गुरु से कुतर्क करने वाला शिष्य अगले जन्म में जल रहित वन में ब्रह्मराक्षस के रूप में पैदा होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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Garud Puran: अगले जन्म में मनुष्य होंगे या कीड़े-मकौड़े, गरुड़ पुराण में छिपा है जीवन का सच