डीएनए हिंदी: Why Do People Eat Paan or Jalebi On Dussehra- नवरात्रि के नौ दिन दुर्गा पूजन के बाद दसवें दिन मनाई जाने वाली विजयादशमी व दशहरा को असत्य पर सत्य के जीत का प्रतीक माना जाता है. इस बार यह पर्व 5 अक्टूबर को मनाया जाएगा, इस दिन भगवान राम ने रावण का वध कर धर्म और सत्य की रक्षा की थी. इसलिए इस दिन लोग रावण का दहन करते हैं. इसके साथ ही दशहरा के दिन अनेक परंपराएं भी निभाई जाती है, उनमें से ही एक अनोखी परंपरा है पान और जलेबी खाने का. पान को विजय का सूचक माना जाता है. इस लेख में हम आपको बताएंगे दशहरे के दिन क्यों खाया जाता है पान और जलेबी? और क्या है इसके पीछे की वजह?
दशहरे पर क्यों खाया जाता है पान (Why Do People Eat Paan On Dussehra)
- पान रावण दहन से पहले हनुमान जी को चढ़ाया जाता है. जिसके बाद उसे खाकर असत्य पर हुई सत्य की जीत की खुशी मनाते हैं.
- बीड़ा शब्द का भी एक अलग और विशेष महत्व है, ऐसे में इस शब्द को कर्तव्य के रूप में बुराई पर अच्छाई की जीत से जोड़कर देखा जाता है.
- मान्यता है कि दशहरे के दिन पान खाकर लोग असत्य पर हुई सत्य की जीत की खुशी मनाते हैं, और हमेशा सत्य के मार्ग पर चलने की बीड़ा उठाते हैं.
- पान के पत्ते को मान और सम्मान का प्रतीक माना जाता है, इसलिए हर शुभ कार्य में इसका इस्तेमाल किया जाता है.
वैज्ञानिक भी यह मानते हैं कि जिस तरह चैत्र नवरात्र में पूरे नौ दिन तक मिश्री, नीम की पत्ती और काली मिर्च सेवन से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. वैसे ही 9 दिन तक व्रत रखने से पाचन शक्ति कम हो जाती है, ऐसे में पान उसे दुरस्त रखने औऱ भोजन को पचाने में सहायता करता है. इस समय मौसम में बदलाव होता है, इसलिए इस दौरान पान खाया जाता है.
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दशहरे के दिन क्यों खाते हैं जलेबी (Why Do People Eat Jalebi On Dussehra)
दशहरे के दौरान अक्सर हमें आसपास जलेबी के बहुत से स्टॉल दिखाई देते हैं. ऐसे में लोग जलेबी खाकर खुशी मनाते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि दशहरे वाले दिन लोग जलेबी क्यों खाते हैं? मान्यता है कि राम को शश्कुली नाम की मिठाई बहुत पसंद थी, जिसे हम जलेबी के नाम से जानते हैं. इसलिए इस दिन रावण दहन के बाद जलेबी खाकर खुशी मनाई जाती है.
मान्यता है कि हनुमान जी अपने सबसे प्यारे भगवान राम के लिए बेसन से बने फाफड़ा के साथ गर्म जलेबी तैयार करते थे. तब से यह माना जाता है कि फाफड़ा और जलेबी खाकर ही का व्रत समाप्त करना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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Dussehra 2022: दशहरे के दिन क्यों खाते हैं पान-जलेबी, भगवान राम से जुड़ा है कनेक्शन