डीएनए हिंदी: ग्रहों की चाल (Grah Ki Chaal) व दशा मनुष्य के जीवन को प्रभावित करती है. कुंडली में ग्रहों की स्थिति लोगों के नोकरी, व्यापार से लेकर परिवार और प्रेम प्रसंग से संबंधित जीवन को प्रभावित करती है.
ग्रहों की स्थिति (Grah Ki Stithi) से लोगों का स्वास्थय भी प्रभावित होता है. ग्रहों के कमजोर होने से कई बीमारियां होती है. सभी ग्रहों से जुड़ी एक बीमारी होती है. जो उस ग्रह के कमजोर होने पर व्यक्ति को परेशान करती है. आज हम आपको ग्रहों से जुड़ी बीमारियों के बारे में बताने वाले हैं कि कौन से ग्रह से संबंधित कौन सी बीमारी होती है.
सूर्यदेव
व्यक्ति की कुंडली में सूर्य ग्रह के कमजोर होने से उसे कई बीमारियों और समस्याओं का सामना करना पड़ता है. सूर्य के कमजोर होने पर रक्तचाप, शारीरिक कमजोरी, मुंह में थूक जमा होने और धड़कन की समस्या होती है.
चंद्र ग्रह
चंद्र ग्रह के कमजोर होने से मन कमजोर हो जाता है ऐसे में व्यक्ति जल्दी भावुक हो जाता है. चंद्रमा के कमजोर होने पर खांसी जुकाम होता है और आंख व दिल से संबंधित बीमारी होती है.
मंगल ग्रह
कुंडली में मंगल ग्रह के कमजोर होने से रक्त की बीमारियां होती है और व्यक्ति को चोट लगने और उसके साथ दुर्घटना होने का डर बना रहता है.
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बुध ग्रह
ऐसा माना जाता है कि भोले भाले लोगों का बुध कमजोर होता है. ऐसे लोगों का कोई भी आसानी से फायदा उठा लेता है. बुध ग्रह के कमजोर होने से व्यक्ति को चर्म रोग संबंधी बीमारियां होती है. गुंगापन और बहरापन भी बुध ग्रह की कमजोरी की वजह से होता है.
बृहस्पति
फेफड़े से संबंधित बीमारी और गैस की समस्या बृहस्पति ग्रह के कमजोर होने की वजह से होती है. कुंडली में बृहस्पति की स्थिति कमजोर होने की वजह से पीलिया, पेट रोग और मोटापे की समस्या होती है.
शुक्र ग्रह
शुक्र ग्रह के कमजोर होने से व्यक्ति को शुगर और स्किन संबंधित समस्याएं होती है. शुक्र ग्रह के कमजोर होने से शरीर पतला होता है और कद छोटा रह जाता है. शुक्र की कमदोरी के कारण जीवन से मनोरंजन भी समाप्त हो जाता है.
शनि ग्रह
शनि ग्रह के कमजोर होने से जातक को बहुत ही मुश्किलों और परेशानियों का सामना करना पड़ता है. शनि का प्रभाव दूसरे ग्रह पर पड़ने पर भी उस ग्रह से संबंधित बीमारी हो जाती है. शनि के कमजोर होने के कारण खांसी और आंखों से संबंधित समस्याएं होती है.
राहु-केतु
कुंडली में राहु के कमजोर होने से दिमागी और साधारण बुखार की समस्या हो सकती है. राहु के कमजोर होने से व्यक्ति के साथ अचानक दुर्घटना होने का खतरा भी बना रहता है. केतु की कमजोर स्थिति जोड़ों के दर्द, कान की बीमारी और शुगर की वजह बनती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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इन ग्रहों की कमजोरी से भी होती है बीमारियां, जानिए कौन सा ग्रह देता है- कैसा रोग