डीएनए हिंदीः चार धाम यात्रा (Char Dham Yatra 2023) के लिए कल 27 अप्रैल 2023 को बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले गए. बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) के कपाट खुलने के बाद चारों धाम (Char Dham Yatra 2023) के कपाट खुल चुके है अब यात्री सभी धामों (Char Dham Yatra 2023) के दर्शन के लिए जा सकते हैं. बता दें कि, बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) के कपाट कल सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर बद्रीनाथ के जयघोष के साथ वृष लग्न में खोले गए हैं.
कपाट खुलने के समय हल्की बर्फबारी के बाबजूद भक्तों की भीड़ मौजूद रही. बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) के कपाट खुलने के बाद कुछ ऐसी घटना हुई है जिसे तीर्थ स्थल के पुरोहित चमत्कार बता रहे हैं. तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) के कपाट खुलने पर हुआ यह चमत्कार देश के लिए बहुत ही शुभ संकेत हैं. तो चलिए बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) के कपाट खुलते ही हुए इस चमत्कार और इसके शुभ संकेत के बारे में जानते हैं.
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कपाट खुलने के बाद घृत कंबल पर मिला ताजा घी
बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद करने के समय भगवान बद्रीनाथ को घी में लिपटा हुआ कंबल ओढ़ाया जाता है. इस कंबल को घृत कंबल कहते हैं. धाम के कपाट खुलने पर सबसे पहले इस कंबल को हटाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि कंबल पर से घी सूख जाता है तो यह देश में सूखा और अत्याधिक बारिश के संकेत देता है. जबकि घी इतनी सर्दी के बाद भी ताजा हो तो इसे शुभ माना जाता है और यह देश में खुशहाली रहेगी इस बात के संकेत देता है.
माणा गांव की महिलाएं तैयार करती है घृत कंबल
भगवान बद्रीनाथ को धाम बंद होने से पहले जो कंबल ओढ़ाया जाता है वह माणा गांव की महिलाएं और कन्याएं मिलकर तैयार करती है. इस कंबल को महिलाएं एक दिन में उपवास रखकर बनाती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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Badrinath Dham के कपाट खुलने के बाद हुआ बड़ा चमत्कार, तीर्थ पुरोहितों ने बताया देश के लिए शुभ संकेत