डीएनए हिंदी: भगवान शिव को बहुत ही भोला माना जाता है इसी वजह से उन्हें भोलेनाथ भी कहते हैं. भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए आप उन्हें एक लौटा जल से ही प्रसन्न कर सकते हैं. हालांकि शिव जी को प्रसन्न कर उनकी कृपा पाने के लिए रुद्राभिषेक (Rudrabhishek) को विशेष महत्व दिया जाता है. रुद्राभिषेक (Rudrabhishek) करने से शिव जी की कृपा दृष्टि सदैव आपके ऊपर बनी रहती है. शिव जी का रुद्राभिषेक (Rudrabhishek) करना उनकी पूजा विधियों में से सबसे ज्यादा फलदायी माना जाता है. रुद्राभिषेक (Rudrabhishek) किसी भी दिन किया जा सकता है लेकिन महाशिवरात्रि पर रुद्राभिषेक (Rudrabhishek Benefits On Mahashivratri) करना बहुत ही शुभ और लाभकारी माना जाता है. तो चलिए महाशिवरात्रि पर रुद्राभिषेक करने के महत्व (Rudrabhishek Benefits On Mahashivratri) के बारे में जानते हैं. साथ ही आपको रुद्राभिषेक करने की सही विधि के बारे में भी बताते हैं.
रुद्राभिषेक करने के लाभ (Rudrabhishek Benefits)
शिव जी के क्रोध को शांत करता है रुद्राभिषेक
महादेव के 11 रुद्र अवतार है जो क्रोध को दर्शाते हैं. महाशिवरात्रि पर रुद्राभिषेक करने से शिव जी के क्रोध को शांत किया जा सकता है. रौद्र रूप को शांत करने के लिए रुद्राभिषेक जरूरी होता है.
मन शांत करता है रुद्राभिषेक
शिवलिंग से निकलने वाली ऊर्जा से मन शांत होता है यदि महाशिवरात्रि के दिन रुद्राभिषेक करते हैं तो मानसिक बीमारियों से भी छुटकारा मिलता है. शुभ फलों की प्राप्ति के लिए महाशिवरात्रि के दिन रुद्राभिषेक करना चाहिए.
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ग्रहों के दोषों से मिलती है मुक्ति
व्यक्ति को ग्रह दोषों से मुक्ति दिलाने के लिए भी रुद्राभिषेक करना बहुत शुभ माना जाता है. घर में रुद्राभिषेक कराने से कुंडली के ग्रह दोष दूर हो जाते हैं और मंगल से भी मुक्ति मिलती है. कुंडली में ग्रहों की शांति के लिए रुद्राभिषेक करना चाहिए.
पूर्ण होती हैं सभी मनोकामना
महाशिवरात्रि पर रुद्राभिषेक करने से मनोकामनाएं पूरी होती है. इस दिन रुद्राभिषेक करना शुभ होता है. नौकरी में समस्या और आर्थिक तंगी के कारण परेशान है तो आपको महाशिवरात्रि पर रुद्राभिषेक करना चाहिए. दांपत्य जीवन में भी रुद्राभिषेक करने से खुशियां आती हैं.
रुद्राभिषेक करने के नियम (Rudrabhishek Niyam)
- अगर आप घर पर रुद्राभिषेक करने वाले हैं तो आपको शिवलिंग की स्थापना उत्तर दिशा में करनी चाहिए. पूजा के लिए पूर्व दिशा में मुंह करके बैठना चाहिए.
- शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाएं और बाद में गन्ने का रस, शहद, दही, दूध सभी चीजों से मंत्रों के साथ रुद्राभिषेक करें. शिवलिंग पर अभिषेक करते समय अभिषेक करते समय महामृत्युंजय मंत्र, शिव तांडव स्तोत्र, ओम नमः: शिवाय का जाप करें.
- रुद्रभिषेक के दौरान शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, फूल नैवेद्य आदि को अर्पित करें. रुद्राभिषेक समाप्त होने के बाद शिव जी की आरती करें.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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महाशिवरात्रि के दिन घर पर जरूर कराना चाहिए रुद्राभिषेक, मृत्यु से लेकर कलह और दुख रहता है दूर