डीएनए हिंदीः इस समय देशभर में बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) सरकार के नाम की खूब चर्चा हो रही है. सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हो रहे हैं. ऐसे में हर कोई ये देखकर दंग रह जाता है कि आखिर कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति के बारे में पहले से ही कैसे जान लेता है और भविष्य के बारे में कैसे दावे कर देता है.
कई लोग पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) के चमत्कार करने के दावे पर सवाल भी उठा रहे हैं. पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कई इंटरव्यू में इन सवालों को नकार दिया है. उन्होंने बताया कि यह उनकी सालों की तपस्या है, ये सिद्धियां उनके दादा के बाद उन्हें प्राप्त हुई हैं. ये कोई चमत्कार नहीं है बल्कि हनुनाम जी की कृपा है. indiatv के अनुसार आइए जानते हैं पंडित बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पूरी कुंडली, सिद्धि मिलने से लेकर बंगाल कनेक्शन तक.
सन्यासी बाबा ने सीखी थी बंगाली विद्या
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के परिवार में आध्यात्मिक और चमत्कारिक शक्तियां बंगाल से आई हैं. उनके परिवार के ही संन्यासी बाबा (जो पांच पीढ़ी पहले के पूर्वज थे) उन्होंने संन्यास ले लिया था, इसलिए उन्हें संन्यासी बाबा के नाम से पुकारा जाता है. सन्यासी बाबा अपने मित्र के पास बंगाली विद्या सीखने बंगाल गए थे और बंगाल से ही संन्यासी बाबा को शक्तियां मिलीं.
यह भी पढ़ें: Bageshwar Dham Sarkar धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जानिए कैसे जान लेते हैं मन की बात, कुछ यूं खोला था खुद ही राज
पंडित धीरेंद्र शास्त्री को मिली हैं संन्यासी बाबा की शक्तियां
पंडित धीरेंद्र शास्त्री के दादा जी ने भी संन्यास लेकर प्रेमपुजारी चित्रकूट से दीक्षा ली थी और उन्हें संन्यासी बाबा की शक्तियां प्राप्त हुई हैं. यह कृपा पंडित धीरेंद्र शास्त्री को भी प्राप्त हुईं. इसलिए दुखी, बाहरी हवा लगने के मामले, नकारात्मक शक्तियां आने के मामले को पंडित धीरेंद्र शास्त्री ठीक कर देते हैं. पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने वेद-पुराण का अध्ययन अपने ताऊ जी के घर से किया है और सिद्धि हासिल की है. इसके लिए उन्होंने अजयगढ़ और जटाशंकर का जंगल में सिद्धि प्राप्त की और तंत्र मंत्र किया.
यह भी पढ़ें: चमत्कार नहीं तो कौनसी ट्रिक आजमाते हैं धीरेंद्र शास्त्री, सुहानी शाह भी कैसे बता देती हैं "मन की बात
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से है परिवार का नाता
पंडित धीरेंद्र शास्त्री का परिवार पीढ़ियों पहले यूपी के गोरखपुर जिले के ममखोर गांव में रहते थे. जिसके बाद परिवार एमपी के सतना जिले के पाली गांव आया और फिर 5 पीढ़ी पहले गढ़ा गांव से 4 किलोमीटर दूर कोंडा गांव रहने लगे और अब चार पीढ़ी से परिवार गढ़ा गांव में है.
पंडित धीरेंद्र शास्त्री के परिवार में कौन कौन हैं
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पिताजी 6 भाई थे, इनके पिता का नाम राम कृपाल गर्ग है. उनके पिताजी को उनके ताऊ जी ने मंत्र वगैरह सिखाए और उसके बाद 2012 में उन्हें सिद्धि मिली.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
बागेश्वरधाम: धीरेंद्र शास्त्री की ये है पूरी कुंडली, सिद्धियाें से लेकर बंगाल कनेक्शन तक, जानिए उनके बारे में सबकुछ