नया साल यानी 2025 ग्रहों के लिहाज से बेहद खास होने वाला है. खासकर नए साल में कई बड़े ग्रहों के साथ-साथ क्रूर ग्रह भी अपनी राशि बदलेंगे, जिसका असर 12 राशियों पर पड़ेगा. कुछ राशियाँ सकारात्मक रूप से प्रभावित होंगी, जबकि अन्य राशियाँ नकारात्मक रूप से प्रभावित होंगी.
एक राशि ऐसी है जिसे साढ़े सात साल बाद शनि की कुदृष्टि से मुक्ति मिलेगी और दो राशियों को शनि के प्रभाव से मुक्ति मिलेगी. आने वाला नया साल 2025 इस राशि के लोगों के लिए बहुत अच्छा रहेगा. आइए जानते हैं क्या है राशि और कैसे पाएं शनि की बुरी नजर से छुटकारा
ज्योतिष शास्त्र क्या कहता है?
नए साल में कई बड़े ग्रह अपनी राशि बदलने जा रहे हैं, उनमें से शनि भी एक है. वर्तमान में शनि कुंभ राशि में हैं, लेकिन नए साल 2025 में शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे. शनि के मीन राशि में प्रवेश करते ही मकर राशि पर साढ़े साती का प्रभाव समाप्त हो जाएगा. इसके साथ ही कर्क और वृश्चिक राशि पर से ढैय्या का प्रभाव भी समाप्त हो जाएगा. साढ़ेसाती का मतलब है कि साढ़े सात साल बाद मकर राशि वालों को शनि की बुरी नजर से मुक्ति मिल जाएगी.
आने वाला नया साल कैसा रहेगा?
मकर राशि वालों के लिए आने वाला नया साल यानी 2025 बहुत अच्छा रहने वाला है. मानसिक तनाव से मुक्ति मिलेगी. मन सदैव प्रसन्न रहेगा. हर अधूरा काम पूरा होगा. शारीरिक और मानसिक परेशानियां दूर होंगी. आर्थिक उन्नति होगी. दाम्पत्य जीवन भी सुखमय रहेगा. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को सफलता मिलने की संभावना है. नौकरी की तलाश में घर में शुभ कार्य संपन्न होंगे.
शनि न्याय के देवता और फल दाता हैं. मनुष्य को उसके कर्मों के अनुसार ही फल मिलता है. अच्छे कर्म करने वालों को शुभ फल देते हैं. वहीं बुरे कर्म करने वाले व्यक्ति को एक निश्चित समय के बाद सजा जरूर मिलती है. अगले साल 29 मार्च को शनि कुंभ राशि को छोड़कर मीन राशि में प्रवेश करेगा. इसके साथ ही मीन राशि वालों पर साढ़ेसाती का दूसरा चरण शुरू हो जाएगा.
इन राशियों पर साढ़े साती चलेगी
शनि के मीन राशि में गोचर से मेष राशि वालों की साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी. वहीं, कुंभ राशि वालों पर साढ़े साती का अंतिम चरण प्रभावित होगा. मीन राशि के जातक साढ़े साती के दूसरे चरण से प्रभावित होंगे. इसके अलावा सिंह और धनु राशि वाले लोगों पर शनि का प्रभाव शुरू हो जाएगा. भगवान शिव की पूजा करने से शनि की बाधाएं दूर होती हैं. इसके लिए सोमवार और शनिवार को भगवान शंकर की पूजा करें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी सामान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)
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साढ़े 7 साल बाद इस राशि को मिलेगी शनि की बुरी नजर से राहत, अधूरे काम होंगे पूरे, होगी धनवर्षा