डीएनए हिंदी: हाल ही में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपने सबसे भारी रॉकेट LVM-3-M2/वनवेब इंडिया-1 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है, जो कि भारत के लिए एक गौरवान्वित करने वाला है. वहीं ISRO अब एक नए मिशन में लग गया है जो कि भारत के लिए अंतरिक्ष सेक्टर में एक बड़ी उपलब्धि हो सकता है क्योंकि इसरो अब सस्ते क्षमतावान रॉकेट बनाने पर काम कर रहा है.
दरअसल, वैश्विक बाजारों में विश्वसनीय लॉन्चरों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए, इसरो ने भविष्य के रॉकेट पर काम करना शुरू कर दिया है, जो ‘लागत प्रभावी और इंडस्ट्री के अनुकूल’ होगा. इस मामले में इंडिया स्पेस कांग्रेस में बोलते हुए इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने बताया है कि इसरो की एक टीम ने इस तरह के रॉकेट के डिजाइन को परिभाषित करने पर काम करना शुरू कर दिया है.
OceanGate ने टाइटैनिक के 26 साल पुराने रहस्य को सुलझाया, जानिए मलबे की रिसर्च का क्या निकला नतीजा
इसरो के अध्यक्ष ने इस मुद्दे पर कहा कि हम इस क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाली इंडस्ट्री के साथ साझेदारी में एक लागत प्रभावी और विश्वसनीय रॉकेट बनाना चाहते हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार सोमनाथ ने आगे कहा कि ‘एक बार डिजाइन तैयार हो जाने के बाद हम इंडस्ट्री से इनपुट मांगेंगे और फिर नए सिरे से शुरू करेंगे.
उन्होंने बताया है कि इसरो अपनी विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए नए रॉकेट का डिजाइनर और संरक्षक बना रहेगा. इसके साथ ही निर्माता के साथ-साथ इसरो ऑपरेटर भी होगा. हमें उम्मीद है कि एक या दो साल में इस तरह के रॉकेट का डिजाइन तैयार हो जाएगा.
चीन सीमा पर भारत की नई तैयारी, इस खास एयरफील्ड को करेगा लड़ाई के लिए तैयार
इसरो प्रमुख ने यह भी कहा है कि अंतरिक्ष एजेंसी जल्द ही छोटे उपग्रह प्रक्षेपण यान (एसएसएलवी या मिनी-पीएसएलवी) का परीक्षण-लॉन्च करना चाहती है. उन्होंने कहा कि दो सफल परीक्षण लॉन्च के बाद हम एसएसएलवी रॉकेट टेक्नोलॉजी को इंडस्ट्री को सौंप देंगे. हमने हाल ही में इंडस्ट्री को पीएसएलवी का उत्पादन भी सौंपा है और जल्द ही इंडस्ट्री इसरो के समर्थन से पांच पीएसएलवी रॉकेट लॉन्च करेगा. बाद में वे अपने दम पर इसका उत्पादन संभालें.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
अब सस्ते और ज्यादा क्षमतावान Rocket बनाएगा ISRO, अंतरिक्ष में बढ़ेगा भारत का कद