डीएनए हिंदी: रंगीन, सुंदर, प्यारी सी मछलियां देखने में कितनी खूबसूरत लगती हैं. क्या आप सोच सकते हैं कि इन्हीं की एक प्रजाति जहर छोड़ती है. यह जहर इतना खतरनाक होता है कि किसी की जान भी जा सकती है.
इस मछली को स्टोन फिश के नाम से जाना जाता है. यह सिनेसिया वेरुकोसा परिवार की जहरीली मछली की एक प्रजाति है. इसे सिनेसिसिडे भी कहा जाता है. इसे लोग रीफ स्टोन फिश भी कहा जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस मछली का रूप रंग समुद्र में पाए जाने वाले पत्थरों जैसा होता है. यह मछली ज्यादातर लाल सागर और भारत-प्रशांत के उथले पानी में पाई जाती है.
यह मछली ज्यादातर जीवन अकेले बिताती है और केवल मेटिंग के वक्त ही अपोजिट सेक्स के संपर्क में आती है. बताया जाता है कि जब मादा स्टोन फिश अंडे देने की उम्र में पहुंचती है तो वह रीफ पत्थर पर अंडे देती है. इसके बाद नर स्टोन फिश उन अंडों पर स्पर्म रिलीज करते हैं. इस प्रोसेस के बाद एक नई स्टोन फिश का जन्म होता है. इनके बारे में एक मजेदार जानकारी ये है कि मादा स्टोन फिश बड़े साइज की होती हैं वहीं नर स्टोन फिश छोटे साइज के होते हैं.
स्टोन फिश को सबसे खतरनाक इसलिए कहा जाता है क्योंकि ये एक जानलेवा जहर छोड़ती है. इसके संपर्क में आने पर किसी की जान भी जा सकती है. इन मछलियों की त्वचा पत्थर की तरह दिखती है. इस वजह से कई लोग मछली और पत्थर में अंतर भी नहीं कर पाते. ये स्टोन फिश छोटी मछलियों और दूसरे छोटे जीवों को खाती हैं. शिकार करने के लिए ये एक जगह पर शांत ठहर जाती हैं और जैसे ही कोई आसपास से गुजरता है तुरंत उस पर हमला कर देती हैं. कुछ स्टोन फिश तो 15 सेकेंड से भी कम समय में शिकार कर लेती हैं.
ऐसा नहीं है कि केवल स्टोन फिश ही शिकार करती है. कुछ देशों में इसे भी प्लेट पर सजा कर पेश किया जाता है. जानकारी के मुताबिक हॉन्ग कॉन्ग, फिलीपीन्स, चीन और जापान में यह रेस्त्रां के मेन्यू में शामिल होती है. इसे ट्रेंड शेफ खास तकनीक से पकाते हैं.
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