डीएनए हिंदीः हम सभी जानते हैं कि हमारी पुलिस फोर्स दिन-रात की परवाह किए बिना अपनी ड्यूटी करती है. हमारी सुरक्षा तभी सुनिश्चित हो पाती है, जब हमारी पुलिस मुस्तैदी से अपना काम करती है. ये भी आपको पता होगा कि हमारी सुरक्षा की गारंटी के लिए हमारी पुलिस के पास पिस्टल, लकड़ी का डंडा और हथकड़ी जैसी जरूरी चीजें होती है. नीदरलैंड की पुलिस इस मामले में अलग है. यहां पुलिस के पास बाकी जरूरी चीजों के साथ-साथ एक टैडी बियर भी हमेशा होता है. अगर आपने इसके बारे में अभी तक नहीं सुना है तो ये कहानी आपको काफी दिलचस्प लग सकती है.
नीदरलैंड में पुलिस की कार में हमेशा एक टैडी बियर रखा होता है. ये उनका एक अहम सामान है, जिसे वो कभी अपनी कार में रखना नहीं भूलते. इस टैडी बियर को उन बच्चों को दिया जाता है, जो मुश्किल वक्त में हैं या उनका कोई अपना किसी दुर्घटना का शिकार हुआ है. इन टैडी बियर्स को ट्रॉमा बियर्स कहा जाता है. कई अन्य देशों ने भी इससे प्रेरणा लेकर अपने यहां ऐसा सिस्टम शुरू किया है, जब मुश्किल हालातों में बच्चों को सहज महसूस कराने के लिए उन्हें टैडी बियर दिया जाता है.
इसलिए हुई शुरुआत
कुछ साल पहले कुछ डच पुलिस अधिकारी दो बच्चों को शांत कराने की कोशिश कर रहे थे, जो एक एक्सीडेंट का शिकार हो गए थे. उनके परिवार के सभी सदस्य ठीक थे, लेकिन बच्चे काफी डर गए थे. जब पुलिस अधिकारियों ने उन्हें टैडी बियर दिए, तब कहीं जाकर वो शांत हुए. इसके बाद ऐसी परिस्थितियों में अपने फर्ज को बेहतर तरीके से निभाने के लिए पुलिस अधिकारियों ने हमेशा पुलिस जीप या पुलिस कार में टैडी बियर रखे जाने का नियम बना दिया.
ऐसी ही एक अन्य घटना के दौरान जब पुलिस ने बच्चे को दुर्घटना स्थल से सुरक्षित बाहर निकाला, तो वह बहुत रो रहा था. उसे चुप कराने के लिए जब पुलिस ने उसे टैडी दिया तो अचानक वो टैडी बियर से बातें करने लगा और थोड़ी देर में सामान्य हो गया.
क्या है इतिहास
पुलिस या फायरफाइटर्स की जीप या कार में टैडी बियर रखे जाने की शुरुआत सन् 1969 में हुई थी. रॉबर्ट हेंडरसन और जेम्स थियोडोर ओनबे ने इस ट्रेंड की शुरुआत की थी. उनका आइडिया था कि जो बच्चे मुश्किल या आपात स्थिति में फंसे हों, उन्हें शांत करने या अच्छा महसूस कराने के लिए टैडी बियर दिया जाना अच्छा रहेगा. इस आइडिया के साथ ही उन्होंने दुनिया भर में प्यार और खुशी फैलाने के लिए 'गुड बियर्स ऑफ द वर्ल्ड' नाम से एक संस्था भी बनाई. सन् 1980 में इसी संस्था द्वारा पुलिस डिपार्टमेंट्स को टैडी बियर दिया जाना शुरू किया गया. इस संस्था द्वारा हजारों की संख्या में टैडी बियर डोनेट किए जा चुके हैं.
एस्टोनिया ने भी की शुरुआत
यूरोपीय देश एस्टोनिया में भी टैडी बियर दिए जाने की शुरुआत की गई. देखा गया कि एक्सीडेंट या किसी अन्य तरह की दुर्घटना में बच्चों की मानसिक सेहत पर काफी बुरा असर पड़ता है. ऐसे में उन्हें प्यार और सुरक्षित महसूस कराने के लिए टैडी बियर दिया जाना एक अच्छी पहल हो सकती है. इसके लिए वहां अलग से एक संस्था ट्रॉमामोमिक भी बनाई गई. इस संस्था का काम है हर पुलिस कार में टैडी बियर रखना. बाल अधिकार दिवस का उत्सव मनाना और उस दिन हर बच्चे को टैडी बियर गिफ्ट करना.
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