डीएनए हिंदी: कम उम्र में ही बाल सफेद होना अब आम बात हो गई है. ज्यादातर लोग इस समस्या से ग्रस्त हैं. इसके पीछे खराब लाइफस्टाइल और खानपान ही नहीं बीमारियां भी हो सकती है. अगर आपके बाल भी सफेद या ग्रे हो रहे हैं तो जरा सावधान हो जाएं. इसकी वजह आम नहीं बल्कि इन चार बीमारियां होना है, जिनके लक्षण आप के बालों में दिखता है. आइए जानते हैं वो बीमारियां जिनकी वजह से बाल सफेद और ग्रे हो जाते हैं...
विटामिन बी 12 की कमी
शरीर में विटामिन बी12 की कमी बालों कोक सफेद कर देती है. ये इस विटामिन के लक्षणों में से एक है. वहीं एक रिसर्च में बताया गया है कि बी 12 सप्लीमेंट लेने से होमोसिस्टनी लेवल कम हो जाता है. इसकी वजह से बाल झड़ने से लेकर सफेद हो जाते हैं.
एलोपेशिया एरियाटा
ऑटोइम्यून बीमारी की वजह से भी बाल सफेद हो जाते हैं. एलोपेशिया एरियाटा की वजह से इम्यून सिस्टम प्रभावित होता है, जिसकी वजह से बाल सफेद हो जाते हैं. बालों में पिगमेंट खत्म होने पर गंजेपन का शिकर भी हो सकते हैं.
वॉन रेक्लिंगहॉसन बीमारी
वॉन रेक्लिंगहॉसन रोग के रूप में जाने वलाा प्यूरोफाइब्रोमैटोसिस नसों के पास ट्यूमर बढ़ने की वजह बनता है. इस बीमारी में बालों का रंग उड़ जाता है. काले बालों का रंग सफेद या फिर ग्रे हो जाता है.
थायरॉइड का भी बालों पर पड़ता है असर
वैसे तो थायरॉइड की बीमारी के प्रमुख लक्षणों में तेजी से वजन बढ़ना या कम होना होता है, लेकिन कई बार हार्मोनल बदलाव का असर बालों पर भी पड़ता है. बाल सफेद होने लगते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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प्रतीकात्मक तस्वीर
कम उम्र में ही बाल हो रहे हैं सफेद या ग्रे तो हो जाए सावधान, इन 4 बीमारियों के हैं संकेत