डीएनए हिंदीः 'हिमालयन वियाग्रा' के नाम से मशहूर ये जड़ी न केवल यौन उत्तेजना बढ़ाकर कमजोरी दूर करती है बल्कि ये बांझपन का इलाज भी करती है. हालांकि ये ये जड़ी असल में एक कवक यानी फंगस है और सबके बस की बात भी नहीं इसे खरीदना.
ऐसा माना जाता है कि दुनिया में सबसे महंगा कवक उत्तराखंड के पिथौरागढ जिले के हिमालयी पहाड़ों में उगता है. इस जड़ी-बूटी की बाजार में काफी मांग है और इसकी कीमत लाखों में है. 'हिमालयन वियाग्रा' के नाम से मशहूर इसका नाम कीड़ा जड़ी या यार्सागुम्बा है. इसे कैटरपिलर फंगस या कॉर्डिसेप्स साइनेंसिस के नाम से भी जाना जाता है.
पहाड़ी लोग इसे बांझपन सहित कई चीजों की दवा बताते हैं. इसका नाम हिमालयन वियाग्रा इसलिए पड़ा क्योंकि माना जाता है कि इससे बनी दवा यौन उत्तेजना पैदा करेगी. इसी तरह कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इसे चाय और सूप में उबालकर पीते हैं और मानते हैं कि इससे थकान दूर हो जाएगी. हालांकि, इनमें से कोई भी वैज्ञानिक रूप से सिद्ध नहीं हुआ है. यह अपर डोल्पा के ग्रामीणों की आय का मुख्य स्रोत भी है.
यह मुख्य रूप से चीन में उगाया जाता है लेकिन अब चीन में इसका उत्पादन कम हो रहा है. कहा जाता है कि पिछले साल चीन के कुछ सैनिकों ने इस पौधे को इकट्ठा करने के लिए भारत में घुसपैठ की थी. भारत और चीन के अलावा इस फंगस की मांग सिंगापुर और हांगकांग में भी है.
उन क्षेत्रों के व्यापारी इसे हासिल करने के लिए नेपाल की राजधानी काठमांडू और धारचूला भी जाते हैं. विदेशी व्यापारी इसे अधिकतर एजेंटों के माध्यम से खरीदते हैं. अगर आप इसे खरीदना चाहते हैं तो आपको प्रति किलो 20 लाख रुपये तक खर्च करने होंगे.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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'हिमालयन वियाग्रा' के नाम से मशहूर ये जड़ी, यौन उत्तेजना बढ़ाकर कमजोरी को करती है दूर