डीएनए हिंदी: आज की व्यस्त जीवन शैली में शारीरिक व्यायाम (CoolSculpting) ना करने से लोगों में वजन बढ़ने की समस्या बढ़ते जा रही है. इसी के चलते उनकी बॉडी पर धीरे-धीरे फैट जमा (how to reduce fat) होना शुरू हो जाता है और एक समय ऐसा भी आता है जब उनके शरीर का आकार बिल्कुल बदल जाता है. लोग मोटे दिखना शुरू हो जाते हैं. इंसान के शरीर के साथ-साथ चेहरे का रंग रूप भी बदलने लगता है. जहां लोगों को अपनी बॉडी को मेंटेन करने के लिए एक्सरसाइज करने का समय नहीं है ऐसे में वे अपने चेहरे की जॉ लाइन ( how to get a jawline) दिखाने और चेहरे के फैट को कम करने के लिए भला क्या है एक्सरसाइज करेंगे. इसलिए आज हम आपके सामने एक ऐसी टेक्निक का जिक्र करने जा रहे हैं जिसकी मदद से आपके चेहरा का फैट कुछ ही दिनों में गायब हो जाएगा. इसमें खास बात ये है कि आपको किसी भी तरह की एक्सरसाइज करने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी.
बर्फ का गोला हटाएगा चेहरे से फैट
बचपन में आप सभी ने बहुत बार बर्फ के गोले को चूस-चूसकर उसका स्वाद लिया होगा पर शायद ही आपको इस बात का पता चला हो कि वो गोला आपके चेहरे की रौनक बरकरार रखने में भी मदद करता था. दरअसल जब आप बर्फ को चूस-चूस कर खाते हैं तो कूल स्कल्प्टिंग प्रक्रिया भी साथ-साथ चलती है जिसकी वजह से लगातार गोला खाने से चेहरे पर फैट नहीं चढ़ता. इसके अलावा बर्फ आपके चेहरे को ठंडक भी पहुंचाती है जिससे कील-मुहांसों की समस्या भी नहीं होती. अब आप सोच रहे होंगे कि ये कूल स्कल्प्टिंग आखिर क्या है? आइए आपको विस्तार से समझाते हैं कि कूल स्कल्प्टिंग क्या है और यह कैसे काम करती है.
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कूल स्कल्प्टिंग क्या है?
आजकल लोग अपने बढ़ते वेट को बिना सर्जरी के कम कराने के लिए कूल स्कल्प्टिंग थेरेपी का यूज कर रहे हैं. यह इतनी ज्यादा इफेक्टिव है कि लोग इसके लिए हजारों-लाखों तक खर्च करने को तैयार है. कूल स्कल्प्टिंग एक नई तकनीक है. जिसमें कुछ ऐसे एप्लिकेटर होते हैं जिन्हें लगाने से 3 से 6 महीनों में आपके फैट सेल्स 25-50 % तक कम हो जाते हैं. ये आपकी स्किन को सक्शन करते हुए ठंडा करके फ्रिज कर देता है. इस फ्रिजिंग टेक्निक की मदद से, ये एप्लीकेटर उस गहराई तक पहुंच जाते हैं जहां फैट जमा होता है. फिर फ्रिजिंग के जरिए फैटवाली फैट सेल्स को नष्ट कर दिया जाता है. फैट सेल्स के नष्ट होने की इस नेचुरल प्रोसेस को एपॉटिसस (apoptosis) भी कहा जाता है और यहां भी ऐसा ही होता है. कूल स्कल्प्टिंग के जरिए सेल्स नष्ट होकर पिघल जाते हैं. हालांकि हेल्दी सेल्स इससे प्रभावित नहीं होते, क्योंकि यह प्रक्रिया केवल फैट सेल्स पर असर करती है.
ठीक इसी तरह जब आप गोले को चूस-चूस कर खाते हो तो यह आपके अंदर के भाग को फ्रिज कर देता है और जो बेकार बैड फैट सेल्स होते हैं वो टूटकर अलग होकर पसीने के जरिए बाहर आ जाते हैं. हालांकि यहां एक बात पर ध्यान देने की अत्याधिक आवश्यकता है कि अगर आपको डायबिटीज या शुगर की समस्या है तो बर्फ का गोला खाने से बचें. बाजार में मिलने वाले गोले को अलग-अलग रंग देने के लिए फूड कलर्स का इस्तेमाल किया जाता है जिससे कई तरह की बीमारियां भी हो सकती है. इसलिए बेहतर है कि आप घर पर पर नेचुरली इसे बनाएं.
घर पर कैसे तैयार करें बर्फ का गोला?
सबसे पहले आप एक बर्फ के तुकड़े को अच्छे से घिस लें या उसका चूरा बना लें. फिर ग्लास की मदद से उसे आकार देकर उस पर रूहब्जा डालकर गोले का मज ले सकते हैं. इसके अलावा आप चाहें तो एक बर्तन में रसना को पानी के साथ घोलकर उसे आइसक्रीम ट्रे में लगाकर जमा सकते हैं. इससे आप अपनी पसंद के अनुसार अलग-अलग तरह के गोले तैयार कर पाएंगे.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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CoolSculpting: गर्मी में मुंह का स्वाद बढ़ाने के अलावा चेहरे का फैट कम कर, आपको परफेक्ट जॉ लाइन देगा बर्फ का गोला