WHO ने एमपॉक्स को विश्व स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है. मंकीपॉक्स के नाम से मशहूर इस महामारी को एमपॉक्स के नाम से भी जाना जाता है. 13 देशों में तेजी से फैल रही इस महामारी से अब तक 524 लोगों की मौत हो चुकी है. तो 14,000 लोग संक्रमित हो चुके हैं. मंकीपॉक्स को पिछले तीन वर्षों में दूसरी बार महामारी आपातकाल घोषित किया गया है. महत्वपूर्ण बात यह है कि मंकीपॉक्स से महिलाओं और 15 साल से कम उम्र के बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा होता है.
क्या है मंकीपॉक्स
मंकीपॉक्स एक वायरल बीमारी है जो मंकीपॉक्स नामक वायरस के कारण होती है. यह ऑर्थोपॉक्स वायरस जीनस की एक प्रजाति है. मंकीपॉक्स पहली बार 1958 में शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था. इसका पहला मरीज़ 9 महीने का लड़का था. दुनिया भर में मंकीपॉक्स के प्रसार और डब्ल्यूएचओ द्वारा दी गई चेतावनी को ध्यान में रखते हुए, मंकीपॉक्स से संक्रमित न होने का ध्यान रखा जाना चाहिए. आइए जानें कि मंकीपॉक्स से खुद को बचाने के लिए आप क्या कर सकते हैं.
अपने हाथ धोते रहें
अनजाने में संक्रमित व्यक्ति या जानवर को छूने के बाद हाथ धोएं या सैनिटाइज करें. मंकीपॉक्स एक संक्रामक रोग है.
संपर्क से बचें
उन वस्तुओं को न संभालें जिनका उपयोग मंकीपॉक्स से पीड़ित व्यक्ति ने किया हो. मंकीपॉक्स वायरस चूहों और कुछ अन्य जानवरों के माध्यम से मानव शरीर में प्रवेश करता है.
टीका लगवाएं
यदि आप पात्र हैं, तो किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के चार दिनों के भीतर मंकीपॉक्स का टीका लगवाएं.
स्वच्छता बनाए रखें और कीटाणुरहित करें
घर में लोगों के आने-जाने के बाद या अन्य समय नियमित रूप से कीटाणुरहित करें. हर जगह स्वच्छता बनाए रखें.
संक्रमित व्यक्तियों को अलग करें
जब तक उनकी त्वचा के घाव पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते तब तक रोगसूचक व्यक्तियों को दूसरों से अलग रखें. यदि आप मंकीपॉक्स से पीड़ित किसी व्यक्ति की देखभाल कर रहे हैं, तो निवारक देखभाल करें. पीपीई किट, दस्ताने का प्रयोग करें. मुंह, नाक, आंख को सुरक्षित रखें.
सीधे संपर्क से बचें
मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाने वाले लोगों या जानवरों के सीधे संपर्क से बचें. संक्रमित व्यक्ति से किसी भी प्रकार का शारीरिक संपर्क न रखें.
मंकीपॉक्स के लक्षण?
एमपॉक्स एक वायरल संक्रमण है. मंकीपॉक्स से संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से यह बीमारी तेजी से फैलती है. मंकीपॉक्स के लक्षणों में हल्का बुखार और शरीर पर पानी जैसे छाले शामिल हैं. इससे सिरदर्द, बदन दर्द जैसी समस्याएं भी होती हैं.
WHO से जानकारी
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेब्येयियस ने एमपॉक्स प्रकोप पर आईएचआर आपातकालीन समिति की बैठक के बाद एक मीडिया ब्रीफिंग दी. उन्होंने कहा कि तीन साल में यह दूसरी बार है जब एमपॉक्स आपातकाल की स्थिति में पहुंच गया है.
अफ़्रीका में मंकीपॉक्स का प्रकोप बड़े पैमाने पर है. आसपास के देशों में भी यह तेजी से बढ़ रहा है.
इस महामारी का कोई समाधान नहीं है
मंकीपॉक्स से संक्रमित लोगों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता हो सकती है. लक्षणों के आधार पर मरीज का इलाज किया जाता है. लेकिन अभी भी इस बीमारी की कोई दवा और कोई टीका नहीं है. इसलिए मरीज के लक्षणों को देखकर इलाज किया जाता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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Protection from Mpox: मंकीपॉक्स से बचना है तो जान लें ये चीजें, वरना महामारी में बदल जाएगा ये रोग