Natural Fruit Juice: कई ऐसी कंपनियां हैं जो पैक्ड फ्रूट जूस पर 100% शुद्ध होने का दावा करती हैं. लेकिन ऐसी कंपनियां अब इस दावे के साथ अपने प्रोडक्ट को नहीं बेच सकेंगी. भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने इसको लेकर बड़ा एक्शन लिया है. FSSAI ने सभी फ्रूट जूस (Fruit Juice) कंपनियों से इस तरह के दावों और विज्ञापनों को बंद (Fruit Juice Labeling) करने के लिए कहा है. इससे लोगों के बीच भ्रम पैदा होता है. आइये आपको इन जूस को पीने के जोखिम के बारे में बताते हैं.
कंपनियां नहीं कर सकेंगी 100 फीसदी फ्रूट जूस का दावा
फ्रूट जूस कंपनियां लंबे समय से जूस के लेबल और विज्ञापन में 100 फीसदी फ्रूट जूस होने का दावा कर रही हैं. हालांकि, FSSAI ने इसे गुमराह करने वाला बताया है. ऐसे में अब कंपनियों को इस तरह के दावों को हटाना होगा. कोई भी पैक्ड फ्रूट जूस को इस दावे के साथ नहीं बेच सकेगा. इस जूस को पीने से कई तरह के स्वास्थ्य जोखिम भी होते हैं चलिए इनके बारे में बताते हैं.
#FSSAI directed food companies to remove claim of “100 % Fruit Juices”#FSSAIAction #FSSAIRegulations
— FSSAI (@fssaiindia) June 4, 2024
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पैक्ड फ्रूट जूस के स्वास्थ्य जोखिम
मार्केट में मिलने वाले इन पैक्ड फ्रूट जूस पर 100 प्रतिशत शुद्ध का दावा गलत होता है. यह सेहत पर भी बुरा असर करते हैं. इन जूस में चीनी की अधिक मात्रा होती है. ऐसे में इनका अधिक सेवन करना कई तरह से स्वास्थ्य के लिए खराब हो सकता है. एडेड शुगर वाले इन फ्रूट जूस को पीने से मोटापा, मधुमेह और हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है. FSSAI ने उपभोक्ताओं का ध्यान रखते हुए ही इन नए लेबलिंग नियमों को लागू किया है. FSSAI ने इसके लिए 1 सितंबर, 2024 तक की समयसीमा तय की है.
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कंपनियां नहीं कर सकेंगी '100% Natural Fruit Juice' का दावा, जानें पैक्ड फ्रूट जूस के जोखिम