नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ(NIH) के वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि नाखूनों की स्थिति बता सकती है कि आपको कैंसर है या नहीं. साथ ही आपको कैंसर का खतरा कितना है. वैज्ञानिकों का कहना है कि नाखून की असामान्यताओं की उपस्थिति से एक दुर्लभ वंशानुगत विकार का निदान हो सकता है जो त्वचा, आंखों, गुर्दे और अस्तर के ऊतकों में कैंसर के ट्यूमर विकसित होने का खतरा बढ़ाता है.
BAP1 को ट्यूमर प्रीस्पोज़िशन सिंड्रोम के रूप में जाना जाता है. यह स्थिति जीन उत्परिवर्तन के कारण होती है. जो आमतौर पर ट्यूमर दबाने का काम करता है. BAP 1 वैरिएंट की स्क्रीनिंग NIH क्लिनिकल सेंटर में की गई. उसी के तहत प्रयोग करते हुए वैज्ञानिकों ने यह खोज की.
प्रयोग के नतीजों के तहत डेढ़ से दो साल या उससे अधिक समय तक अवलोकन करने के बाद वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे हैं. उन्होंने 35 परिवारों के ट्यूमर प्रीस्पोज़िशन सिंड्रोम वाले 47 व्यक्तियों में BAP1 की पहचान की.
शोध टीम के प्रमुख लेखक और आनुवांशिक परामर्शदाता एलेक्जेंड्रा लेबेंसन एमएस का कहना है कि जब बेसलाइन आनुवंशिक मूल्यांकन के दौरान नाखून के स्वास्थ्य के बारे में पूछा गया, तो एक मरीज ने बताया कि उसने अपने नाखूनों में सूक्ष्म परिवर्तन देखे हैं. इसके बाद ही अन्य प्रतिभागियों का नाखून परिवर्तन के लिए मूल्यांकन किया गया. तभी कुछ नेल बायोप्सी की गईं. इस तरह उनके ट्यूमर का निदान किया गया. जिसे ओनिकोपैपिलोमा के नाम से जाना जाता है.
ओनिकोपैपिलोमा के कारण नाखून की लंबाई के साथ एक रंगीन रेखा बन जाती है. यह आमतौर पर सफेद या लाल रंग का होता है. यह सब रंग परिवर्तन के साथ-साथ घनत्व और क्षय पर निर्भर करता है.
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हालांकि, BAP1 ट्यूमर प्रीस्पोज़िशन सिंड्रोम वाले 30 वर्ष और उससे अधिक उम्र के अध्ययन प्रतिभागियों में से 88 प्रतिशत के कई नाखूनों पर ओनिकोपैपिलोमा ट्यूमर थे. शोधकर्ताओं का सुझाव है कि यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जिनके पास मेलेनोमा और अन्य BAP1-संबंधित घातकताओं का व्यक्तिगत या पारिवारिक इतिहास है.
विशेषज्ञों का कहना है कि यह खोज महत्वपूर्ण है. ऐसा इसलिए है क्योंकि नाखून में बदलाव की उपस्थिति जिसमें कई नाखूनों पर ओनिकोपैपिलोमा शामिल है, BAP1 ट्यूमर प्रीस्पोज़िशन सिंड्रोम के निदान का कारण बन सकता है. एनसीआई राष्ट्रीय कैंसर कार्यक्रम और एनआईएच के प्रयास कैंसर की घटनाओं को कम करने और कैंसर से पीड़ित लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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नाखूनों में होने वाला ये बदलाव बताएगा कहीं कैंसर का संकेत तो नहीं?