अस्थमा से जूझ रहे हैं या घरों में मच्छरों ने जीना दुश्वार कर दिया है तो आपको अपने घर में एक खास तरह का पौधा जरूर लगाना चाहिए. इस पौधे का नाम है नागोद. ये एक आयुर्वेदिक पौधा है. नागोदना पौधे का औषधीय महत्व भी बहुत अधिक है. लेकिन लोग इसके बारे में जानते नहीं हैं.
चलिए आज आपको नागोद पौधे के फायदों के बारे में बताएं
नागोद का उपयोग कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है. यह हमारे शरीर को किसी भी तरह की बीमारियों से बचाता है.यह अस्थमा से संबंधित विभिन्न बीमारियों जैसे शरीर में ऐंठन, लंग्स में सूजन, सीने में दर्द या भारीपन आदि से राहत दिलाता है. इसकी पत्तियों का काढ़ा बनाकर या इसके बीजों का उपयोग करने से राहत मिलती है.
कुछ लोगों को पेशाब करते समय कठिनाई और जलन का अनुभव होता है. उसके लिए भी इसका प्रयोग रामबाण है. इसका उपयोग रक्त से संबंधित सभी विकारों में भी किया जाता है. इसके अलावा इसका उपयोग ब्लड प्यूरीफायर के रूप में भी किया जाता है. मूल रूप से इसका उपयोग शरीर की नसों को स्वस्थ रखने और तंत्रिका तंत्र से संबंधित सभी प्रकार की बीमारियों के लिए किया जाता है. वहां इसका उपयोग तंत्रिका टॉनिक के रूप में किया जाता है. इसका उपयोग काढ़ा, चूर्ण और गोलियां बनाकर किया जाता है. ये अच्छी तरह काम करता है.
अगर नागौद के पत्तों को सुखाकर उसका पाउडर बनाकर आग पर रखा जाए तो इससे मच्छर घर से दूर रहेंगे. बरसात के मौसम में लाइट आदि की रोशनी के कारण कई छोटे-छोटे कीड़े-मकोड़े लाइट के आसपास आ जाते हैं. लाइट/बल्ब के पास नीम की पत्तियां रखने से छोटे कीड़े दूर रहते हैं.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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अस्थमा के मरीज हैं तो घर में जरूर लगाएं ये पौधा, मच्छरों की एंट्री भी होगी बैन