उत्तराखंड की चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है और अमरनाथ और कैलाश मानसरोवर की यात्राएं शुरू होने वाली हैं. केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे किसी भी प्रमुख धार्मिक स्थलों की यात्रा करने के लिए श्रद्धालुओं को ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होता है. अगर आपको भी ये नहीं पता कि कैसे ये मेडिकल सर्टिफिकेट बनते हैं और किस डॉक्टर के मान्य होते हैं, चलिए विस्तार से जानें.
Slide Photos
Image
Caption
उत्तराखंड की चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है और अमरनाथ और कैलाश मानसरोवर की यात्राएं शुरू होने वाली हैं. केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे किसी भी प्रमुख धार्मिक स्थलों की यात्रा करने के लिए श्रद्धालुओं को ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होता है. अगर आपको भी ये नहीं पता कि कैसे ये मेडिकल सर्टिफिकेट बनते हैं और किस डॉक्टर के मान्य होते हैं, चलिए विस्तार से जानें.
Image
Caption
इस बार भारत सरकार के आदेश के बाद चारधाम यात्रा के लिए हरिद्वार, ऋषिकेश, विकासनगर और डोईवाल जैसे प्रमुख स्थानों पर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन काउंटर भी खोले गए हैं. उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा को सुरक्षित और सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा को प्राथमिकता दी है. स्वास्थ्य विभाग ने यात्रियों के लिए एक विशेष हेल्थ एडवाइजरी जारी की है, जिसमें यात्रियों को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी गई है. यात्रा से पहले अनिवार्य हेल्थ चेकअप, पैदल चलने की प्रैक्टिस और प्राणायाम जैसी गतिविधियों को शामिल करने की सलाह दी गई है.
Image
Caption
चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के दौरान श्रद्धालुओं को अपने साथ आधार कार्ड और मोबाइल नंबर की जानकारी रखनी होगी. इसके अलावा, यदि किसी श्रद्धालु को कोई बीमारी है तो उसे अपनी मेडिकल हिस्ट्री भी बतानी होगी. इसके लिए मेडिकल सर्टिफिकेट की आवश्यकता होती है, जिसे एमबीबीएस डॉक्टर से बनवाना आवश्यक है.
Image
Caption
चारधाम यात्रा के दौरान मेडिकल सर्टिफिकेट की आवश्यकता को देखते हुए, उत्तराखंड सरकार ने इसके लिए विशेष प्रावधान किए हैं. यात्रा से करीब एक महीने पहले श्रद्धालुओं को स्थानीय एमबीबीएस डॉक्टर से मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाना होगा. इस सर्टिफिकेट में डॉक्टर को स्पष्ट रूप से बताना होगा कि श्रद्धालु यात्रा के लिए शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं या नहीं.
Image
Caption
यात्रा से पहले अनिवार्य हेल्थ चेकअप, पैदल चलना, दो महीने पहले से प्राणायाम, हार्ट फिटनेस एक्सरसाइज पंजीकृत स्वास्थ्य एप पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है. क्योंकि चारधाम यात्रा में काफी कठिन और ऊंचाई भरे रास्ते शामिल होते हैं. कम ऑक्सीजन के कारण लोगों को परेशानी भी होती है. यात्रा के दौरान अगर किसी को स्वास्थ्य संबंधी समस्या होती है तो मेडिकल दस्तावेज जरूरी हैं.
Image
Caption
चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिनमें ऊंचाई वाले रास्ते और कठिन भौगोलिक परिस्थितियाँ शामिल हैं. ऐसे में मेडिकल सर्टिफिकेट की आवश्यकता और भी बढ़ जाती है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में श्रद्धालुओं को उचित चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा सके.
Image
Caption
इस प्रकार, चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन और मेडिकल सर्टिफिकेट की आवश्यकता को समझना श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत आवश्यक है. इससे न केवल उनकी सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि वे अपनी यात्रा को भी सुखद और सुरक्षित बना सकेंगे.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए तीर्थ यात्राओं से जुड़ी वेबसाइट की मदद लें.)
Where will the Char Dham Amarnath and Kailash Mansarovar Yatra medical certificates be made, what is the complete process and which medical officer's certificates are valid