डीएनए हिंदी: आंखों के फड़कने (Eyes Twitching) को आमतौर पर शुभ और अशुभ संकेत से जोड़कर देखा जाता है लेकिन इसका कनेक्शन एक मसल से होता है. दरअसल आंखों के खुलने और बंद होने के लिए Orbicularis Oculi मांसपेशियां काम पर लगी होती है और जब किसी वजह से यह अपने रुटीन से अलग व्यवहार करने लगती हैं तो आंखें फड़कने लगती है. ऐसा कई बार कुछ सेकंड या मिनट तक होता रहता है लेकिन अगर यह समस्या आपको बार-बार परेशान कर रही है तो यह कोई गंभीर समस्या भी हो सकती है. चलिए जानते हैं आम हालातों में आंख किन वजहों से फड़क सकती है.
1- स्ट्रेस
जरूरत से ज्याद स्ट्रेस भी आंखों के फड़कने की वजह बन सकता है. अगर आप स्ट्रेस कंट्रोल करें और अपनी मेंटल हेल्थ का खयाल रखें तो आंखों का फड़कना बंद हो सकता है. अगर यूं ही किसी वजह से आंख फड़क रही है और कोई गंभीर समस्या नहीं है तो आप आंखों पर गर्म कपड़े से सिकाई कर सकते हैं. इससे फायदा मिलेगा.
2- कैफीन का सेवन
कैफीन का ज्यादा सेवन भी आंखों के फड़कने की वजह हो सकता है. चाय, कॉफी, सोडा, चॉकलेट, सभी में कैफीन होता है और ये आंखों का फड़कना बढ़ा सकता है. अपनी डाइट में कैफीन को धीरे-धीरे कम करें या पूरी तरह से इसे लेना बंद कर दें. इससे भी आपको राहत मिलेगी.
3- नींद पूरी न होना
नींद न आना और थकान की वजह से भी आंखें फड़कती हैं. नींद पूरी न होने से आंखों की मसल्स को आराम नहीं मिलता. अगर आंखों की मसल्स रिलैक्स नहीं होंगी तो आंखों का फड़कना लगातार जारी रहेगा. यह आपकी आंखों के स्ट्रेस को बढ़ा सकता है.
4- आंखों में इंफेक्शन होने पर
आंखों में किसी तरह के इंफेक्शन की वजह से भी आंख फड़क सकती है. अगर आंखें बहुत ड्राई हैं, जलन हो रही है या आंखों से पानी आ रहा है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. इसके अलावा न्यूरोलॉजी से जुड़ी समस्या की वजह से भी आंखों के फड़कने की प्रॉब्लम हो सकती है.
(Note: गंभीर बीमारी या तकलीफ बढ़ने पर खुद ही इलाज शुरू न करें. तुरंत डॉक्टर की सलाह लें और इसके बाद ही कोई दवा खाएं.)
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क्यों फड़कती हैं आंखें, क्या है इसकी Science ?