डीएनए हिंदी: सरकार ने 15 से 18 साल के बच्चों के लिए वैक्सिनेशन ड्राइव शुरू कर दी है. आंकड़ों से साफ है कि लोग घरों से निकलकर बच्चों को वैक्सीन लगवाने ले जा रहे हैं. इसे लेकर बिल्कुल भी कनफ्यूज न हों. हां वैक्सिनेशन के बाद कुछ साइड इफेक्ट्स दिख सकते हैं लेकिन इनकी वजह से परेशान न हों. ये लक्षण माइल्ड होते हैं और पैरेंट्स को इससे घबराने की जरूरत नहीं है.
इसके साथ ही यह भी जान लें कि पहली डोज के तुरंत बाद ही असर नहीं दिखेगा. पहली डोज के 4 हफ्ते बाद सेकंड डोज लगेगी और इसके भी 4 हफ्ते बाद इम्यूनिटी बननी शुरू होगी.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 18 और 60 प्लस के एज ग्रुप के लोगों में वैक्सिनेशन के कुछ संभावित साइड इफेक्ट दिखे थे और हो सकता है वो बच्चों में भी नजर आएं लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है. ये हल्के साइड इफेक्ट दिखाते हैं कि वैक्सीन ने अपना काम करना शुरू कर दिया है.
1- त्वचा पर लाल निशान और दर्द
हाथ में जहां पर वैक्सीन लगाई गई है, वहां लाल निशान और दर्द हो सकता है. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के मुताबिक, वैक्सिनेशन के लाल निशान और दर्द को कम करने के लिए टीकाकरण वाले एरिया पर एक ठंडा, नरम कपड़ा रखें.
2- बेहोशी
वैक्सीन लगाने के बाद थोड़ी बेहोशी सी आ सकती है. इससे बचने के लिए वैक्सिनेशन के बाद लगभग 15 मिनट तक बैठें या लेट जाएं.
3- हल्का बुखार
वैक्सिनेशन के बाद बच्चों को हल्का बुखार हो सकता है. इसके लिए डॉक्टर की सलाह पर दवाई लें.
4- थकान और दर्द
वैक्सीन लगवाने के बाद बच्चों को थकान और बदन दर्द की समस्या भी हो सकती है. CDC के मुताबिक, बच्चे को आराम करने दें और उन्हें अधिक मात्रा में लिक्विड पदार्थ दें. हालांकि पैकेज्ड लिक्विड चीजें देने से बचें.
5- चक्कर आना
वैक्सिनेशन के बाद कुछ बच्चों को चक्कर आ सकते हैं. हालांकि ये वैक्सीन लगाने का साइड इफेक्ट नहीं है. ऐसा तब होता है जब बच्चे खाली पेट वैक्सीन ले लेते हैं, इसलिए इस बात पर ध्यान दें कि बच्चे खाली पेट वैक्सीन लगवाने न जाएं. इसके अलावा कई और लक्षण भी दिख सकते है. अगर आपको लगता है कि ये लक्षण माइल्ड नहीं हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
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