डीएनए हिंदी: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने विराट कोहली को वनडे की कप्तानी से हटाकर रोहित शर्मा को कमान सौंप दी है. बीसीसीआई की सीनियर सलेक्शन कमेटी के फैसले ने खुद विराट को भी चौंका दिया.
विराट वनडे वर्ल्ड कप 2023 तक टीम इंडिया के कप्तान बने रहना चाहते थे लेकिन बीसीसीआई के लिए उनकी कप्तानी 'नई चुनौतियां' पैदा कर रही थी. इसलिए बोर्ड ने उन्हें कप्तानी से हटने के लिए 48 घंटे का समय दिया.
विराट के जवाब न देने पर 49वें घंटे में बोर्ड ने रोहित को कप्तानी देने का निर्णय ले लिया. यही वजह है कि इस बारे में न तो विराट का स्टेटमेंट आया और न ही बीसीसीआई ने अपने ट्वीट में उनका जिक्र किया.
The All-India Senior Selection Committee also decided to name Mr Rohit Sharma as the Captain of the ODI & T20I teams going forward.#TeamIndia | @ImRo45 pic.twitter.com/hcg92sPtCa
— BCCI (@BCCI) December 8, 2021
तीन महीने पहले जब विराट ने टी 20 की कप्तानी छोड़ी थी तब उन्होंने साफ कहा था कि 8 से 9 साल में काम के दबाव के चलते वे सिर्फ वनडे और टेस्ट की कप्तानी करना चाहते हैं लेकिन बीसीसीआई का ये फैसला उनके लिए 'शॉक' साबित हुआ है. आखिर विराट को कप्तानी से हटाने के निर्णय के पीछे क्या रहीं वजह? आइए जानते हैं...
1. दो कप्तानों का फॉर्मूला!
रिपोर्ट्स के अनुसार, बीसीसीआई सदस्य सीमित ओवर्स के फॉर्मेट के लिए दो अलग-अलग कप्तानों पर राजी नहीं थे. सभी का ही एक विचार था अलग-अलग कप्तानों का कोई औचित्य नहीं है. कमेटी फिलहाल रोहित शर्मा की कप्तानी से खुश नजर आ रही है. ऐसे में बीसीसीआई उन्हें आगे बढ़ाना चाहती है.
2. द्रविड़ के साथ बॉन्डिंग
हिटमैन की टीम इंडिया के नए कप्तान राहुल द्रविड़ के साथ बॉन्डिंग देखी गई है. दोनों के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट टीम के नए युग की शुरुआत हुई है. न्यूजीलैंड को टी 20 में 3-0 से पटखनी देने के बाद रोहित-द्रविड़ ने विश्वास पैदा किया है.
ऐसे में द्रविड़ का सीमित ओवरों के लिए अलग—अलग कप्तानों के साथ काम करना मुश्किल पैदा कर सकता है. चूंकि 50 ओवर्स के वर्ल्ड कप के लिए दो साल से भी कम का समय रह गया है, ऐसे में नेतृत्व इस टीम के साथ काम कर तैयारी करना चाहता है.
3. कप्तान कोहली पर दबाव
टेस्ट कप्तान विराट कोहली पहले ही टी 20 और आरसीबी की कप्तानी से हट चुके हैं. हालांकि वह चाहते थे कि वर्ल्ड कप 2023 तक वे कप्तान बने रहें लेकिन उन पर काम का दबाव काफी हद तक नजर आ रहा था. ये बात भी गौर करने लायक है कि वनडे में सफल कप्तान होने के बावजूद कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया एक भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत सकी है. इसके साथ ही कोहली दो साल से शतक नहीं जमा पाए हैं.
4. कोहली के कड़े फैसले
कोहली अपने कड़े फैसलों के लिए चर्चा में रहे हैं. टी 20 वर्ल्ड कप में वरुण चक्रवर्ती के खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें लगातार मौके देने जबकि अश्विन को इग्नोर करने जैसे उनके फैसले चर्चा में रहे. टीम के खिलाड़ियों के साथ उनके टकराव की भी कई बार खबरें सामने आती रही हैं.
5. खिलाड़ियों में असुरक्षा की भावना
कहा जाता है कि कोहली क्लियर कम्यूनिकेशन में विश्वास रखते हैं और कई बार उनका मुखर होना परेशानी का सबब बन जाता है. रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ साल पहले भारतीय ड्रेसिंग रूम का हिस्सा रहे खिलाड़ी बताया कि विराट के साथ सबसे बड़ी समस्या हमेशा विश्वास के मुद्दे रहे हैं. उन्होंने एक लीडर के रूप में सम्मान खो दिया है. ऐसी कई घटनाएं हैं जहां खिलाड़ी कुछ असफलताओं के बाद टीम में अपने स्थान को लेकर असुरक्षित महसूस करते हैं.
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