डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र के अहमदनगर के राजुर गांव में एक अनोखी घटना घटी. प्रभाकर भीमाजी वाघचौरे (Prabhakar Bheemaji Waghchaure) नाम के एक शख्स ने 37 करोड़ रुपये की बीमे की रकम हड़पने (To Grab thirtyseven Crores Insurance Amount) के लिए एक मंदबुद्धि व्यक्ति को सांप से डंसवा कर उसकी जान (Murdered by Snakebites) ले ली. प्रभाकर ने नवनाथ को मारने के लिए सांप पकड़ने वालों से कोबरा (Cobra) खरीदा था. इतना ही नहीं प्रभाकर ने इस व्यक्ति की मौत की रिपोर्ट पर फर्जी तरीके से अपना नाम लिखवा कर अमेरिका भेजकर 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानि 37.5 करोड़ रुपये की बीमे की रकम का दावा पेश किया है. हालांकि पुलिस की जांच के दौरान प्रभाकर वाकचौरी की पोलपट्टी खुलकर सामने आ गई.
दो दशक से अमेरिका में कुक का काम कर रहा था प्रभाकर
प्रभाकर वाघचौरे क़रीब दो दशक से अमेरिका में कुक का काम कर रहा था. साल 2013 में प्रभाकर ने अपना 50 लाख डालर का और पत्नी का 10 लाख डालर का जीवन बीमा करवाया. प्रभाकर ने बीमे की रकम हड़पने के लिए साल 2017 में पत्नी की फर्ज़ी मौत दिखाई लेकिन उसकी पोल खुल गई थी. इसके बाद वह वर्ष 2021 की जनवरी में ही भारत आ गया और अब अपनी फर्ज़ी मौत की साज़िश रचकर बीमे की रकम हड़पने की कोशिश में लग गया.
प्रभाकर की पत्नी और बच्चे अमेरिका में रह रहे हैं
प्रभाकर ने दिमागी रूप से कमजोर व्यक्ति नवनाथ अनप को शिकार बनाया और उसे सांप से कटवाया. इसके बाद प्रभाकर उसे खुद हास्पिटल ले गया और उसकी जान बचाने का ड्रामा रचने लगा. नवनाथ की मौत को अपनी एक्सीडेंटल मौत दिखाकर प्रभाकर ने फर्जी दस्तावेज तैयार करवा लिए और अमेरिका की इंश्योरेंस कंपनी को भिजवाए. अमेरिकी इंश्योरेंस कंपनी को दाल में कुछ काला नजर आ रहा था इसलिए कंपनी ने महाराष्ट्र की अहमदनगर पुलिस से इस मामले की जांच करने की गुज़ारिश की. पुलिस ने पड़ताल के दौरान प्रभाकर को जिंदा पाया. प्रभाकर फिलहाल सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है. वहीं प्रभाकर की पत्नी और बच्चे फिलहाल अमेरिका में हैं.
मेडिकल रिपोर्ट में सर्पदंश से मौत दिखाई
राजुर पुलिस स्टेशन के अधिकारियों के अनुसार 22 अप्रैल को राजूर थाने को सरकारी अस्पताल से प्रभाकर वाघचौरे की मौत की सूचना मिली तब पुलिस कांस्टेबल अस्पताल गया तो वहां मौजूद प्रवीण नामक व्यक्ति ने खुद को वाघचौरे का भतीजा बताते हुए शव की पहचान की. राजूर निवासी हर्षद लाहमगे ने भी वाघचौरे के मौत की पुष्टि की. पुलिस ने शव के अंतिम संस्कार के लिए तथाकथित प्रवीण नाम के व्यक्ति को सौंप दिया. मेडिकल रिपोर्ट में मौत का कारण सांप का डंसना बताया गया.
पड़ोसी ने वाघचौरे का सच पुलिस को बताया
बीमे की रकम का दावा पेश हुआ तो अमेरिकी कंपनी ने अहमदनगर पुलिस से मौत की ज्यादा जानकारी मांगी. वहीं जांच के लिए पुलिस राजुर पहुंची तो प्रभाकर के पड़ोसी ने बताया कि उसने सांप के डंसने से मौत के बारे में तो नहीं सुना लेकिन अप्रैल महीने में उसे एंबुलेंस आते-जाते देखा था. वहीं लाहमगे ने प्रवीण की कोरोना से मौत की बात कही. अब पुलिस का शक और गहराता चला गया.
प्रवीण ही प्रभाकर बन गया था
पुलिस प्रभाकर वाघचौरे का कॉल रिकॉर्ड देख हैरान रह गई. प्रभाकर के नंबर से लगातार बातें हो रहीं थीं. पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि अस्पताल में खुद को प्रवीण बताने वाला शख्स ही वाघचौरे है. इस षड्यंत्र में शामिल साथियों से प्रभाकर ने 35-35 लाख रुपये देने का वादा किया था.
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