डीएनए हिंदी: Delta Variant और Omicron के बीच के कुछ मूल अंतर सामने आए हैं. ये अंतर डॉक्टर्स के पर्सनल एक्सपीरियंस और ऑबजर्वेशन पर आधारित हैं. डॉक्टर्स के मुताबिक जिन पेशेंट का उन्होंने इलाज किया है उनमें डेल्टा वेरिएंट से इन्फेक्टेड लोगों को सूखी खांसी हो रही थी. वहीं ओमीक्रॉन के मरीजों को गीली खांसी थी.
AIG अस्पताल के डॉक्टर केतन माशरानी कहते हैं, ओमीक्रॉन रेस्पिरेट्री सिस्टम के ऊपर की तरफ होता है. इसकी वजह से गीली खांसी होती है. इससे आप बता सकते हैं कि कोई मरीज ओमीक्रॉन से इन्फेक्टेड हैं डेल्टा वेरिएंट से.
ओमीक्रॉन का दूसरा बड़ा लक्षण है बुखार लेकिन यह 101 से ज्यादा नहीं होना चाहिए. ऐसे हालात में मामला गंभीर हो सकता है. ओमीक्रॉन में ज्यादातर बुखार 101 से आगे नहीं बढ़ता और पांच दिन से ज्यादा नहीं रहता. इसके अलावा सिर दर्द और गले में खराश रहती है. ये लक्षण ओमीक्रॉन की पहचान करने में मदद करते हैं क्योंकि डेल्टा वेरिएंट में परेशानी इससे ज्यादा गंभीर हो सकती है.
डॉक्टर बताते हैं कि अगर मरीज को conjunctivitis हो रहा हो या उसकी सूंघने की शक्ति और मुंह का स्वाद चला गया हो तो यह डेल्टा वेरिएंट का मामला माना जाता है. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि डॉक्टरों के लिए जरूरी है कि वे मरीज के लक्षणों को करीब से मॉनिटर करें क्योंकि ऐसे में ही वे मरीज को सही इलाज दे पाएंगे.
यह भी पढ़ें: आराम पसंद लोग हो जाएं सावधान, ज्यादा देर तक बैठे रहने से कमजोर हो सकती है आपकी याददाश्त!
- Log in to post comments
Omicron और Delta Variant के बीच क्या होता है फर्क? क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?