डीएनए हिंदी: क्रिकेटर विष्णु सोलंकी के लिए पिछले कुछ दिन बहुत खराब रहे हैं. पहले उन्होंने नवजात बेटी की मौत का दुख सहा और फिर बीमार चल रहे पिता ने भी साथ छोड़ दिया. इन मुश्किल हालात में भी उन्होंनें हिम्मत दिखाई है और टीम की जरूरत को देखते हुए परिवार के पास नहीं लौटे हैं. सोशल मीडिया पर उनके इस जज्बे की तारीफ फैंस कर रहे हैं.
हैदराबाद के खिलाफ खेलेंगे मैच
बड़ौदा क्रिकेट संघ के सचिव अजीत लेले ने सोमवार को कहा, ‘वह (विष्णु) आखिरी मैच खेलेंगे. तीसरा मैच खेलने के लिए टीम के साथ रुक रहे हैं.’ यह 29 साल का क्रिकेटर 10 फरवरी को पिता बना था लेकिन अगले ही दिन उसकी बच्ची की मौत हो गई थी. इस सदमे से अभी उबरे भी नहीं थे कि उनके पिता की मौत हो गई. फिलहाल विष्णु ने टीम के साथ रुकने का फैसला किया है.
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बेटी की मौत के बाद खेली शतकीय पारी
बेटी की मौत के बाद उन्होंने सदमे से वापसी की और जारी रणजी ट्रॉफी में चंडीगढ़ के खिलाफ 104 रनों की पारी खेली थी. उनकी इस पारी की तारीफ सब लोग कर रहे हैं. भुवनेश्वर में एलीट ग्रुप बी (राउंड 2) के इस मुकाबले में उन्होंने यह कमाल की पारी खेली थी. इस मैच के आखिरी दिन उन्हें पिता के निधन की खबर मिली। बड़ौदा की टीम एलीट ग्रुप बी के अपने आखिरी मैच में तीन मार्च से हैदराबाद का सामना करेगी.
विराट कोहली ने भी दिखाया था ऐसा जज्बा
दिसंबर 2006 में विराट कोहली को दिल्ली की तरफ से कर्नाटक के लिए मैच खेलना था. उसी दिन कोहली के पिता प्रेम कोहली का निधन हो गया था. कोहली ने उस पारी में 90 रन बनाए थे और आउट होने के बाद अपने पिता की अंतिम यात्रा में शामिल हुए थे. करियर के शुरुआत में ही उन्होंने दिखा दिया था कि खेल के लिए वह निजी दुख को भी परे रखकर प्रदर्शन करते हैं.
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Vishnu Solanki के जज्बे को करेंगे सलाम, बेटी और पिता की मौत के बाद भी डटे रहे