साल 2021 टीम इंडिया के कुछ खिलाड़ियों के लिए बेहतरीन रहा. वनडे टीम के कप्तान Rohit Sharma के लिए यह साल उपलब्धियों से भरा रहा. टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली फॉर्म के साथ Captaincy Rift की वजह से भी चर्चा में रहे. देखें, इस साल किन खिलाड़ियों का जलवा रहा, तो कौन से खिलाड़ी आलोचकों के निशाने पर रहे.
Slide Photos
Image
Caption
टीम इंडिया ने साल की शर्मनाक हार के बाद सीरीज में वापसी से की. अजिंक्य रहाणे की अगुवाई में टीम ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर अपनी दूसरी टेस्ट सीरीज जीती. टीम इंडिया ने कंगारुओं को पहली बार गाबा में हराया. विराट कोहली ने सीरीज का पहला मैच खेला था, लेकिन फिर वह पैटर्निटी लीव पर स्वदेश लौट गए. इसके बाद टीम ने जोरदार वापसी की और कई स्टार खिलाड़ियों की गैर-मौजूदगी में भी इतिहास रचने में कामयाब रही. भारत ने 2-1 से सीरीज को अपने नाम किया.
Image
Caption
रोहित शर्मा के लिए व्यक्तिगत तौर पर यह साल बहुत खास रहा. उन्होंने टी-20 और टेस्ट क्रिेकेट में अपने 3000 रन पूरे किए. वनडे में उन्होंने 9000 रन बनाए हैं. उनके अलावा, सिर्फ विराट कोहली ही अब तक तीनों फॉर्मैट में 3,000 से ज्यादा रन बना चुके हैं. कोहली के प्रदर्शन को देखते हुए इनाम भी मिला. उन्हें वनडे और टी-20 की कप्तानी सौंपी गई है.
Image
Caption
जाते-जाते इस साल Rishabh Pant के नाम एक खास रिकॉर्ड जुड़ गया. भारत के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ने दिग्गज पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का रिकॉर्ड तोड़ दिया. पंत ने विकेट के पीछे सबसे तेज 100 विकेट का रिकॉर्ड अपने नाम किया.
Image
Caption
पेसर मोहम्मद शमी ने भी बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया. उन्होंने सेंचुरियन टेस्ट में 200 विकेट पूरे किए. शमी ने टेस्ट क्रिकेट में 200 विकेट लिए हैं. पिछले कुछ समय से उनका प्रदर्शन लगातार निखर रहा है.
Image
Caption
भारत के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के लिए यह साल अच्छा रहा. टेस्ट क्रिकेट में एक बार फिर से अपनी छाप छोड़ी और हरभजन सिंह के 417 विकेट के रिकॉर्ड को तोड़ दिया. वह भारत की सबसे अधिक टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं. वहीं, लंबे समय बाद उन्होंने ट-20 में भी वापसी की.
Image
Caption
निजी तौर पर विराट कोहली के लिए यह साल ज्यादा अच्छा नहीं रहा. उनकी कप्तानी में टी-20 में टीम का शर्मनाक प्रदर्शन रहा. वनडे कप्तानी को लेकर विवादों की वजह से वह आलोचकों के निशाने पर रहे. साथ ही 2020 की ही तरह इस साल भी उनके बल्ले से कोई शतक नहीं निकला. कुल मिलाकर यह साल विराट कोहली के लिए कुछ ज्यादा अच्छा नहीं रहा.