डीएनए हिंदीः 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले उत्तर प्रदेश में नए राजनीतिक समीकरण के संकेत दिखने लगे हैं. बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP supremo Mayawati) ने एक ट्वीट किया है. इसके बाद से चर्चा शुरू हो गई है कि प्रदेश में नया राजनीतिक समीकरण दिख सकता है. इस समीकरण में का मुख्य केंद्र आजम खान (SP leader Azam Khan) हो सकते हैं. फिलहाल वह पिछले दो साल से जेल में बंद हैं.
मायावती ने ट्वीट से मिले संकेत
जिस समय आजम खान सीतापुर जेल से सीबीआई कोर्ट में पेश होने के लिए लखनऊ आ रहे थे तभी मायवती का एक ट्वीट सामने आया. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने जो ट्वीट किया उसमें आजम खान का नाम लिखकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा गया था. अपने ट्वीट में मायावती ने लिखा कि वरिष्ठ विधायक आजम खान 2 वर्षों से भी अधिक समय से जेल में बंद हैं, ऐसा प्रतीत होता है कि न्याय का गला घोंटा जा रहा है. ट्वीट की टाइमिंग को लेकर चर्चा शुरू हो गई है.
2. इसी क्रम में यूपी सरकार द्वारा अपने विरोधियों पर लगातार द्वेषपूर्ण व आतंकित कार्यवाही तथा वरिष्ठ विधायक मोहम्म्द आज़म खान को करीब सवा दो वर्षों से जेल में बन्द रखने का मामला काफी चर्चाओं में है, जो लोगों की नज़र में न्याय का गला घोंटना नहीं तो और क्या है? 2/3
— Mayawati (@Mayawati) May 12, 2022
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मायावती क्यों चाहती हैं आजम का साथ?
विधानसभा चुनाव में मायवती ने ब्राह्मण और दलितों का अपना पुराना सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला आजमाया. चुनाव में यह फॉर्मूला पूरी तरह विफल साबिह हुआ. बीएसपी को 403 में से केवल एक सीट पर जीत हासिल हुई. ऐसे में मायावती को यह लग रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में ज्यादा सीटें जीतनी हैं तो दलित मुस्लिम समाज को एकसाथ एक मंच पर लाना होगा. दूसरी तरफ अखिलेश यादव और आजम खान के बीच तनातनी की खबरें लगातार सामने आ रही हैं. ऐसे में मायवती इस मौके को भुनाने की कोशिश में हैं.
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Azam Khan पर मायावती के बयान से बढ़ी हलचल, यूपी में नए राजनीतिक समीकरण के मिल रहे हैं संकेत