डीएनए हिंदी: दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार (Arvind Kejriwal) पर एक के बाद एक घोटाले के आरोप लग रहे हैं. शराब नीति, सरकारी बसों की खरीद में अनियमितताएं के बाद अब सरकारी स्कूल के निर्माण में कथित 1,300 करोड़ रुपये की धांधलेबाजी करने का आरोप लगा है. विजिलेंस विभाग ने इस मामले में विशेष एजेंसी से जांच कराने की मांग की है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दिल्ली सरकार के विजिलेंस विभाग ने जांच की सिफारिश करने वाली एक रिपोर्ट मुख्य सचिव को सौंप दी है.
सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) ने 17 फरवरी 2020 की एक रिपोर्ट में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 2,400 से अधिक कक्षाओं के निर्माण में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की गंभीर अनियमितताओं को रेखांकित किया था. सीवीसी ने फरवरी 2020 में दिल्ली सरकार के विजिलेंस विभाग को रिपोर्ट भेजकर इस पर उसकी राय भी मांगी थी. लेकिन विभाग ने ढाई साल तक इस पर कोई जवाब नहीं दिया.
ये भी पढ़ें- आफताब की छीकों ने बिगाड़ा पॉलीग्राफी टेस्ट! नहीं हो पाया रिकॉर्ड, पूछे गए थे 40 सवाल
LG ने मांगी थी रिपोर्ट
इसके बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मुख्य सचिव को इस साल अगस्त में देरी की जांच करने और एक रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा था. उन्होंने बताया कि सतर्कता निदेशालय ने शिक्षा विभाग और PWD के संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय करने की भी सिफारिश की है, जो करीब 1,300 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी में शामिल थे.
बीजेपी ने सीएम केजरीवाल को घेरा
वहीं, इस मामले में बीजेपी ने केजरीवाल को घेरना शुरू कर दिया है. बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि AAP ने भ्रष्टाचार किया है. स्कूल का काम बिना टेंडर के करवाया गया. भाटिया ने कहा कि दिल्ली सरकार ने स्कूल में शौचालय बनाए और उनकी गिनती कक्षाओं में की. सीएम केजरीवाल को बच्चों की शिक्षा की कोई चिंता नहीं है, उन्हें सिर्फ अपनी ब्लैक मनी की फिक्र है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
केजरीवाल सरकार का एक और घोटाला! स्कूलों में 1,300 करोड़ रुपये की धांधलेबाजी का आरोप