डीएनए हिन्दी: बिहार के सियासी बदलाव के बाद 'बिहारी बाबू' के नाम से मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा भी सक्रिय हो गए हैं. पश्चिम बंगाल के आसनसोल से तृणमूल कांग्रेस के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने बुधवार को कहा कि 2024 में मोदी राज के खात्मे की लड़ाई में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बड़ी भूमिका होगी.
उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में विपक्षी दलों की सरकार को उखाड़ फेंकने के बाद बीजेपी को बिहार में बढ़िया सबक मिला है.
शत्रुघ्न सिन्हा ने बुधवार नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण के बाद कहा कि अगले लोकसभा चुनावों में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ नीतीश कुमार विपक्षी चेहरे के रूप में अग्रिम पंक्ति में होंगे. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि उस वक्त कौन विपक्ष का चेहरा होगा, यह फैसला उचित समय पर लिया जाएगा.
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ध्यान रहे कि शत्रुघ्न सिन्हा लंबे समय तक भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़े रहे हैं. वह अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. हाल ही में वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे और पश्चिम बंगाल के आसनसोल से सांसद बने हैं. बिहारी बाबू के रूप में लोकप्रिय शत्रुघ्न सिन्हा परंपरागत रूप से बिहार के पटना साहिब सीट से चुनाव जीतते आए हैं. 2019 में उन्हें बीजेपी ने टिकट नहीं दिया था. उसी वक्त उन्होंने बीजेपी से अलग होने फैसला किया था. हालांकि, कांग्रेस के टिकट पर उन्होंने पटना साहिब सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन हार का सामना करना पड़ा था.
ध्यान रहे कि बीजेपी में रहते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर व्यक्तिगत हमले भी किए थे.
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार ने बीजेपी को अच्छा सबक सीखाया है. पैसे के बल पर मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में बीजेपी ने जैसे सत्ता बदली थी, वह दांव बिहार में सफल नहीं हो पाया. ध्यान रहे कि बुधवार को नीतीश कुमार ने 8वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इस दौरान शत्रुघ्न सिन्हा पटना में मौजूद थे.
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बिहारी बाबू ने कहा कि अपने साहसिक फैसले की वजह से नीतीश कुमार अगले लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष के साझा उम्मीद्वार हो सकते हैं. नीतीश के साथ इस दौर में ममता बनर्जी भी हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश का बीजेपी से गठबंधन तोड़कर आरजेडी, कांग्रेस और अन्य दलों से हाथ मिलना भारत की राजनीति में बड़े बदलाव के संकेत हैं.
ध्यान रहे कि नीतीश कुमार इसके पहले 2013 में भी बीजेपी से अलग हुए थे. 2017 में बीजेपी के साथ आ गए. सियासी पंडितों का मानना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार मोदी के सामने विपक्ष के साझा उम्मीद्वार हो सकते हैं. हालांकि, कुछ लोग उनके बार-बार पलटी मारने की आदत की वजह से संदेह भी जता रहे हैं.
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विपक्षी खेमे में नीतीश: बिहारी बाबू ने कहा, देश की राजनीति में होगा बड़ा बदलाव