डीएनए हिंदी: Noida Crime News- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की तरफ से जारी टॉप-65 माफियाओं की जारी हिट लिस्ट में शामिल एक और बदमाश ढेर हो गया है. उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने तीन राज्यों में आतंक का पर्याय बने गौतमबुद्ध नगर के कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना (Anil Dujana Encounter) को मेरठ में हुए एनकाउंटर में मार गिराया है. करीब एक सप्ताह पहले जमानत पर जेल से बाहर आए अनिल दुजाना ने अपने खिलाफ जयचंद प्रधान मर्डर केस में गवाही दे रही उसकी पत्नी व एक अन्य गवाह संगीता को धमकाया था. इसके बाद उस पर 2 मुकदमे दर्ज किए गए थे और उसकी तलाश में UPSTF जुट गई थी.

गंग नहर की पटरी पर होने की मिली थी सूचना

गुरुवार को उसके दिल्ली नंबर की सफेद स्कॉर्पियो कार में बागपत से गंग नहर की पटरी होते हुए मुजफ्फरनगर जाने की सूचना मिली थी. इसके बाद एसटीएफ ने घेराबंदी शुरू की. एसटीएफ के एसपी कुलदीप के मुताबिक, मेरठ में भोला की झाल के पास गांव के अंदर से होकर गुजरने वाले कच्चे रास्ते पर उसकी सफेद महिंद्रा स्कॉर्पियो कार को घेर लिया. सरेंडर करने के लिए कहने पर दुजाना ने स्कॉर्पियो भगा दी, लेकिन सीधे खंभे से जा टकराया. इस पर उसने गोलियां चलानी शुरू कर दी. जवाबी फायरिंग में दुजाना मारा गया. दोनों तरफ से करीब 21 राउंड फायर किए गए. यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि दुजाना के पास एक 32 बोर की पिस्टल, एक 30 बोर की पिस्टल और करीब 60 कारतूस बरामद हुए. दुजाना फायरिंग में घायल हो गया था, जिसकी बाद में मौत हो गई.

नोएडा से गुरुग्राम तक चलता था सिक्का

अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना गौतमबुद्धनगर जिले के दादरी एरिया में दुजाना गांव का रहने वाला था. उसकी बदमाशी का दबदबा वेस्ट यूपी, हरियाणा और दिल्ली में फैला हुआ था. दूसरे शब्दों में कहें तो नोएडा से लेकर गुरुग्राम तक उसके नाम का सिक्का चलता था. करीब 30 साल से वह जुर्म की दुनिया में सक्रिय था और अपने सभी विरोधियों पर हावी रहा था. उसकी हिस्ट्रीशीट पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के पैतृक गांव बादलपुर के थाने में खुली हुई थी. 

64 मुकदमे दर्ज, जिनमें 18 से ज्यादा हत्या के मामले

अनिल के नाम पर करीब 64 मुकदमे चल रहे थे, जिनमें से ज्यादातर जिला गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद और दिल्ली में थे. इनमें हत्या, हत्या की कोशिश, लूट, डकैती, रंगदारी वसूली, धमकी के मामले थे. पुलिस के मुताबिक, हत्या के 18 से भी ज्यादा मामलों में दुजाना नामजद था. अनिल दुजाना से दादरी इलाका इतना खौफजदा था कि उसकी रंगदारी वसूली के चलते दादरी कस्बे से 80 से ज्यादा परिवार पलायन कर दूसरी जगह बस चुके हैं. उसके ऊपर सरेआम व्यापारियों की गोली मारकर हत्या करने के करीब 10 मुकदमे दर्ज थे.

सुंदर भाटी गैंग से थी सबसे बड़ी अदावत

अनिल दुजाना गैंग की सबसे बड़ी दुश्मनी सुंदर भाटी गैंग से थी. दोनों के बीच गैंगवार में दर्जनों लोग मारे जा चुके हैं. दोनों गैंग के बीच कई बार शादी आदि जैसे समारोहों में भी आमने-सामने गोलियां चल चुकी हैं. अनिल के खिलाफ हत्या का पहला मुकदमा साल 2002 में गाजियाबाद के कवि नगर थाने में दर्ज हुआ था, तब दुजाना ने हरबीर पहलवान की हत्या की थी. उस समय वह नंदू उर्फ रावण के गैंग से जुड़ा हुआ था. बाद में नंदू का एनकाउंटर होने पर अनिल ही गैंग का मुखिया बन गया था.

कोर्ट में ही की थी प्रेमिका से सगाई, करना चाहता था राजनीति में एंट्री

अनिल दुजाना राजनीति में एंट्री करना चाहता था. इसके लिए उसने बागपत जिले की अपनी प्रेमिका पूजा से साल 2019 में कोर्ट में पेशी के दौरान सगाई की थी. बाद में दोनों ने शादी कर ली थी. अनिल ने पूजा को साल 2021 में गौतमबुद्ध नगर जिला पंचायत के चुनाव में भी उतारने की कोशिश की थी.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर. 

Url Title
Who is anil dujana killed by UP police STF in encounter in Meerut was included in yogi adityanath mafia list
Short Title
योगी आदित्यनाथ की माफिया लिस्ट में शामिल एक और गैंगस्टर ढेर, कुख्यात अनिल दुजाना
Article Type
Language
Hindi
Section Hindi
Page views
1
Embargo
Off
Image
Image
Anil Dujana
Caption

Anil Dujana के पास एनकाउंटर के दौरान मिला देशी तमंचा, गोलियां और स्कॉर्पियो गाड़ी.

Date updated
Date published
Home Title

योगी आदित्यनाथ की माफिया लिस्ट में शामिल अनिल दुजाना ढेर, 21 राउंड फायरिंग के बाद STF ने किया एनकाउंटर