डीएनए हिंदी: 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर होने वाली परेड में इस बार पश्चिम बंगाल (West Bengal) की झांकी को शामिल नहीं किया जाएगा. वहीं इस खबर के सामने आने के बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) को पत्र लिखा है और राज्य की झांकी को शामिल करने की मांग की है.
ममता ने लिखा पत्र
26 जनवरी में राजपथ पर होने वाली परेड में पश्चिम बंगाल की झांकी शामिल न होने को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम को अपने पत्र में लिखा, “आगामी गणतंत्र दिवस परेड से पश्चिम बंगाल सरकार की प्रस्तावित झांकी को अचानक बाहर करने के भारत सरकार के निर्णय से मुझे गहरा धक्का लगा है और मैं आहत हूं. यह हमारे लिए और भी चौंकाने वाली बात है कि झांकी को बिना कोई कारण या औचित्य बताए खारिज कर दिया गया.”
वहीं बंगाल की झांकी में राज्य की संस्कृतिक विरासत का उल्लेख करते हुए ममता ने लिखा, “प्रस्तावित झांकी नेताजी सुभाष चंद्र बोस और उनके आईएनए के 125 वें जन्मदिन वर्ष पर उनके योगदान की स्मृति में थी और इस देश के कुछ सबसे शानदार बेटों और बेटियों के चित्र ईश्वर चंद्र विद्यासागर, रवींद्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद, देशबंधु चित्तरंजन दास, श्री अरबिंदो, मातंगिनी हाजरा, नजरूल, बिरसा मुंडा और और कई देशभक्त के चित्र ले जा रहे थे.”
नेताजी को श्रद्धांजलि
गौरतलब है कि अब से देश का गणतंत्र दिवस समारोह 24 नहीं बल्कि 23 जनवरी से ही शुरू होगा. इसकी वजह यह है कि 23 जनवरी को ही नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जी की जयंती होती है और इसीलिए गणतंत्र दिवस समारोह को 23 जनवरी से ही शुरू करने की बात कही गई है.
आपको बता दें कि इस बात गणतंत्र दिवस समारोह में 26 जनवरी को करीब 24,000 लोग ही शामिल होंगे. कोविड के कारण सरकार ने समारोह को लेकर गाइडलाइन भी बनाई है. इससे पहले साल 2020 में कोविड के पहले करीब सवा लाख लोगों को शामिल होने की छूट दी गई थी.
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