डीएनए हिंदी: कांग्रेस से बड़े और पुराने चेहरों के मोहभंग की लिस्ट में अगला नाम जम्मू-कश्मीर राजघराने के विक्रमादित्य सिंह का है. सिंह ने आज पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने इस्तीफे की वजह में लिखा है कि कांग्रेस पार्टी जम्मू-कश्मीर के लोगों की भावनाओं को समझ पाने में नाकाम रही है. बता दें कि विक्रमादित्य सिंह महाराजा हरि सिंह के पोते हैं और उनके पिता कर्ण सिंह यूपीए सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं.
सोनिया गांधी को दिया इस्तीफा, फेसबुक पर किया ऐलान
विक्रमादित्य सिंह ने फेसबुक पर अपने इस्तीफे की जानकारी दी है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे इस्तीफे में उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति को नहीं समझा है. उन्होंने फेसबुक पर लिखा, ‘मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अपना इस्तीफा देता हूं. जम्मू-कश्मीर के महत्वपूर्ण मुद्दों पर राष्ट्रहित को लेकर मेरी स्थिति कांग्रेस पार्टी के साथ मेल नहीं खाती है. पार्टी जमीनी हकीकत से बहुत दूर है.’
प्राथमिक सदस्यता छोड़ी
पोस्ट के साथ उन्होंने सोनिया गांधी को लिखे पत्र की कॉपी भी शेयर की है. पत्र में लिखा है कि श्रीमती सोनिया गांधी जी, मैं तत्काल प्रभाव से कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं. मेरा मानना है कि कांग्रेस जम्मू एवं कश्मीर के लोगों की भावनाओं और आकांक्षाओं को महसूस करने और व्यक्त कर पाने में असमर्थ है.’
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कश्मीरी हिंदुओं का मुद्दा उठाया था
बता दें कि विक्रमादित्य सिंह पिछले कुछ समय से जम्मू-कश्मीर से हिंदुओं के पलायन को लेकर काफी मुखर हैं. उन्होंने कश्मीरी हिंदुओं के पलायन के मुद्दो को उठाते हुए कहा था कि कश्मीर में हिंदुओं के साथ नरसंहार हुआ था. उन्होंने लिखा था कि कश्मीर, डोडा, भद्रवाह और किश्तवाड़ के हिंदुओं को मारा गया और उन्हें अपनी मातृभूमि से निकाल दिया गया था. मैं 1989 में श्रीनगर में था और उस भयानक हादसे के बाद मेरे परिवार का कभी न भर सकने वाला नुकसान हुआ था.
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