डीएनए हिंदी: आपने अपने जीवन में अभी तक ऐसे मंदिर देखे होंगे जहां फल, फूल, मेवे आदि का प्रसाद चढ़ाया जाता है. इसके अलावा आपने कई मंदिरों में शराब चढ़ाने के बारे में भी सुना होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक मंदिर ऐसा भी है जहां चढ़ावे के रूप में बीड़ी चढ़ाई जाती है?
यह मंदिर बिहार के कैमूर जिले के पहाड़ी क्षेत्र अघौरा पहाड़ चढ़ने से पहले खुटिया इलाके में आता है. मंदिर में मुसहरवा बाबा की पूजा की जाती है. बाबा की शरण में हर रोज न जाने कितने लोग अपनी मनोकामना लेकर पहुंचते हैं लेकिन बाबा के दर्शन के बाद उन्हें बीड़ी का बंडल खोलकर उसे सुलगाना पड़ता है और फिर चढ़ाना भी पड़ता है.
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बीड़ी का भोग लगाने से प्रसन्न होते हैं बाबा!
यहां के लोगों का मानना है कि बाबा को बीड़ी का भोग लगाने से वे प्रसन्न होते हैं और भक्त की इच्छा को पूरी करते हैं. कहा जाता है कि इससे उनके रास्ते में आने वाली हर प्रकार की बाधा दूर हो जाती है.
बीड़ी ना चढ़ाने पर होता है अमंगल!
मंदिर के पुजारी का कहना है कि अगर किसी के पास चढ़ावे के लिए बीड़ी नहीं है तो वो बाबा के पास श्रद्धा पूर्वक कुछ पैसे दान पेटी में बीड़ी चढ़ाने के लिए डाल देते हैं, वहीं जो लोग ऐसा नहीं करते उनके साथ अमंगल होता है. यही कारण है कि यहां आने वाले ज्यादातर यात्री पहले से ही बीड़ी लेकर आते हैं. पहाड़ी इलाके में सुनसान जगह पर स्थित इस मंदिर में रोजाना यात्री पहुंचते हैं और बाबा को बीड़ी का भोग लगाते हैं.
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Bihar के इस मंदिर में चढ़ाया जाता है बीड़ी का प्रसाद, नहीं तो हो जाता है अमंगल!