डीएनए हिंदी: उत्तराखंड (Uttarakhand) के हरिद्वार (Haridwar) में आयोजित 'धर्म संसद' (Dharm Sansad) विवादों के केंद्र में है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने धर्म संसद के दौरान दिए गए हेट स्पीच (Hate Speech) पर कहा है कि हरिद्वार और दिल्ली में जो हुआ उसे नकार देना चाहिए और इसे महत्व नहीं देना चाहिए. ऐसे मामलों में कानून को काम करने देना चाहिए.
एनडीटीवी के साथ बातचीत में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ये बातें कहीं. हेट स्पीच के आरोपियों के खिलाफ कानूनी एक्शन पर नितिन गडकरी ने कहा है कि कानून अपने हिसाब से काम करेगा. हमें हर धर्म के प्रति सम्मान रखा चाहिए और किसी की भावना को चोट नहीं पहुंचाना चाहिए.हाल के दिनों में बुल्ली बाई (Bully Bai) ऐप भी सुर्खियों में है. इस एप पर लड़कियों की तस्वीरें डाली जा रही थीं. एक विशेष समुदाय की औरतों को टारगेट किया जा रहा था. जब नितिन गडकरी से इस विषय पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि समाज में कुछ लोगों के गलत करने से उसको पूरे समाज के साथ जोड़ना ठीक नहीं. जो गलत है वो गलत है, जो सही है वो सही है. कानून अपना काम करेगा. उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी.
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क्या है Haridwar Hate Speech केस?
हरिद्वार हेट स्पीच केस मे केवल 5 लोगों का नाम सामने आया है जिन्होंने एक समुदाय विशेष के खिलाफ हथियार उठाने और नरंसहार की बात कही थी. जूना अखाड़ा के यति नरिसम्हानंद गिरि ने धर्म संसद आयोजित किया था. 17 से 20 दिसंबर तक हरिद्वार के वेद निकेतन धाम में धर्म संसद हुआ. पुलिस, कथित तौर पर नफरत फैलाने वाले भाषण देने और मुसलमानों के खिलाफ हिंसा भड़काने वाले लोगों के खिलाफ जांच कर रही है. कुछ गिरफ्तारियां भी की गई हैं.
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