डीएनए हिंदी: नए साल के पहले दिन काशी विश्वनाथ मंदिर में एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड दर्ज किया गया है. पीएम मोदी द्वारा काशी विश्ववनाथ कॉरिडोर की छटा एक अलग ही आयाम तक पहुंच गई है. ऐसे में लोगों के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर देखने की दिलचस्पी भी बढ़ गई है. इसी का परिणाम है महाशिवरात्रि के पवित्र त्योहार में जितनी भीड़ नहीं आई, उससे दोगुनी भीड़ साल 2022 के पहले ही दिन देखने को मिली और करीब 5 लाख लोग 1 जनवरी को काशी विश्वनाथ पहुंच गए.
नहीं थी इतनी भीड़ की उम्मीद
नए साल को लेकर काशी में सामान्य तैयारियां ही थीं. प्रशासन को ये उम्मीद कतई नहीं थी कि साल के पहले दिन भक्तों की संख्या 1 लाख से भी ज्यादा होगी. इसके विपरीत 5 लाख लोगों द्वारा काशी विश्वनाथ के दर्शन करना प्रशासन के लिए अप्रत्याशित साबित हुआ. इससे पहले एक दिन में करीब 2.5 लाख लोग आने का रिकॉर्ड था किन्तु नए साल के दिन ही ये रिकॉर्ड दोगुने स्तर पर पहुंच गया है.
प्रशासन ने संभाला मोर्चा
इतनी भीड़ को देखकर ये कहा जा सकता है कि पीएम मोदी का काशी विश्वनाथ को अधिक महत्व देना अब मंदिर में पर्यटन के लिहाज से सही साबित हुआ है. वहीं भीड़ की नाउम्मीदी में प्रशासन खुल कर मान रहा है कि इतनी तैयारी नहीं थी लेकिन इतनी भीड़ देखने के बाद कमिश्नर-कलेक्टर से लेकर जिले का हर सिपाही सड़क पर था. सभी का एक ही उद्देश्य था कि आए हुए लोगों को बाबा विश्वनाथ के दर्शन हो जाएं.
वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल के कहना है तैयारी इतने बड़े स्तर की नहीं थी इस लिए चुनौती बहुत बड़ी थी और इस चुनौती पर प्रशासन खरा उतरा है. वही इस वाकए से यह संकेत भी मिलता है कि अब काशी विश्वनाथ में भक्तों की भीड़ का रेला हर बार एक नया रिकॉर्ड बना सकता है.
ध्यान देने वाली बात ये है कि देश में कोविड के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में ये भीड़ खतरनाक भी हो सकती है.
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