डीएनए हिंदी: भारत के सामने टेरर फाइनेंसिंग (Terror Financing) आज भी एक बड़ी समस्या बनी हुई है. केंद्र और राज्य सरकारों के साझा प्रयासों के बाद भी आंतकवादी और उनके सहयोगी अपने मंसूबों को अंजाम दे रहे हैं.
गृह मंत्रालय ने संसद में कहा है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की ओर से इन्वेस्टिगेट किए गए 94.11 फीसदी मामलों में अपराधियों का जुर्म साबित हुआ है. ऐसे मामलों में दोष सिद्धि (Conviction Rate) दर 94.11 फीसदी है.
गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने मंगलवार को लोकसभा को बताया कि NIA ने साल 2008 से अब तक आतंकवाद (Terrorism) के वित्तपोषण (Financing) के 103 मामले दर्ज किए हैं जिनमें 786 अरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
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16 केस में 97 गुनहगार!
लोकसभा में सुनील कुमार सिंह के प्रश्न के लिखित उत्तर में नित्यानंद राय ने बताया कि 92 मामलों में 865 आरोपी व्यक्तियों के विरूद्ध आरोप पत्र दायर किये गए हैं. इनमें 16 मामलों में दोषसिद्धि हो गई है जिसके बाद 97 व्यक्तियों का दोष सिद्ध किया गया है.
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94.11 प्रतिशत कनविक्शन रेट
नित्यानंद राय ने कहा है कि NIA द्वारा जांचे गए आतंकवाद के वित्त पोषण के मामलों में दोष सिद्धि की दर 94.11 प्रतिशत है. नित्यानंद राय ने कहा कि एनआईए की जनशक्ति और इन्फ्रास्ट्रक्चर संबंधी जरूरतों की समय-समय पर समीक्षा की जाती है. नित्यानंद राय ने कहा है कि क्षमता बढ़ाने के लिए कदम उठाए जाते हैं. उन्होंने कहा कि एनआईए का मुख्यालय नई दिल्ली में है और देशभर में इसके 18 ब्रांच ऑफिस है. (PTI इनपुट के साथ)
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टेरर फंडिंग केस: NIA इन्वेस्टिगेशन में कनविक्शन रेट 94%, गृह मंत्रालय ने संसद में बताया