डीएनए हिंदी: दिल्ली के गाजीपुर में कूड़े का पहाड़ दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) के लिए बड़ी समस्या बन गया है. गाजीपुर लैंडफिल के आसपास पतंगों के मंडराने से दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन अक्सर प्रभावित हो रही है. पिछले सोमवार को यमुना बैंक और इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के बीच कूड़े से उड़कर आई एक पतंग (Kite) हाई वोल्टेज तार से टकरा गई, जिससे मेट्रो के पहिए थम गए. इस घटना से यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी.
वहीं एक दिन बाद यानी 7 जून को इसी रूट पर एक चील के हाई वोल्टेज तार से टकरा गई जिसकी वजह से मेट्रो को काफी देर तक रोकना पड़ा. इसके बाद गुरुवार को चील ने तार पर केबल का टुकड़ा गिरा दिया, जिससे मेट्रो सेवा प्रभावित हुई. मीडिया खबरों के मुताबिक, मेट्रो परिचालन के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले हफ्ते यमुना बैंक और इंद्रप्रस्थ स्टेशन के बीच तीन बार मेट्रो रोकनी पड़ी. मेट्रो के लिए पक्षी सबसे बड़ी समस्या है.
दिल्ली के इन मेट्रो स्टेशन पर चील और पतंग बनी मुसिबत
अधिकारी ने बताया कि 2017 में जर्मन टेक्नोलॉजी स्पाइक्स डिस्क लगाकर इससे निपटने की कोशिश की गई. हालांकि इसके बाद घटनाएं कम हुईं. लेकिन अब पतंगों की बढ़ती संख्या और चील DMRC के लिए चिंता का विषय बनती जा रही हैं, खासकर यमुना बैंक और इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशनों के बीच.
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हाई वोल्टेज तार से टकरा रहे हैं चील
अधिकारी ने बताया कि गाजीपुर लैंडफिल के आसपास मंडराने वाले चील पानी की तलाश में यमुना से होकर गुजरते हैं, नतीजतन वे अक्सर मेट्रो के हाई वोल्टेज तारों से टकरा जाते हैं.अधिकारी ने कहा कि पक्षियों को बिजली की लाइनों से टकराने से रोकने के लिए वर्तमान में विश्व स्तर पर कोई तकनीक नहीं है. हालांकि, DMRC अचानक तार टूटने का आकलन करने में लगी हुई है.
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Delhi: हफ्ते में 3 बार थमी मेट्रो की रफ्तार, पतंग और कचरे का पहाड़ बना वजह