डीएनए हिंदी: Latest News in Hindi- सिक्किम में एक ग्लेशियर झील में बादल फटने से तीस्ता नदी में आई भयानक बाढ़ ने तबाही मचा दी है. उत्तरी सिक्किम में आई इस आपदा में 3 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि भारतीय सेना के 23 जवाब अपने वाहनों समेत बाढ़ के पानी में बह गए हैं. मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात दिन निकलने से कुछ घंटे पहले हुई इस घटना में लापता जवानों की 15 घंटे बाद भी कोई खबर नहीं मिली है. फिचांग और दिक्चू में भी 6 लोग लापता हैं. बाढ़ के कारण नेशनल हाइवे ध्वस्त हो जाने से सिक्किम की राजधानी गंगटोक का देश के बाकी हिस्सों से सड़क संपर्क कट गया है. बाढ़ के पानी ने पश्चिम बंगाल में भी प्रभाव डाला है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के उत्तरी हिस्से के जिलों में लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है. साथ ही प्रशासन को भी अलर्ट कर दिया गया है.

आइए 8 पॉइंट्स में जानते हैं कि इस घटना में अब तक क्या-क्या हुआ है.

1. सिक्किम के मंगन जिले में बादल फटने से आई बाढ़

बादल फटने की घटना उत्तरी सिक्किम के मंगन जिले में बुधवार की सुबह दिन निकलने से कुछ घंटे पहले हुई. लोहांक झील (Lhonak Lake) के एक हिस्से के ऊपर बादल फटने से ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (Glacial Lake Outburst Flood) की स्थिति बनी. इससे बादल फटने से बरसे भारी मात्रा में पानी के साथ ही झील का पानी भी बाढ़ की शक्ल में निचले इलाकों की तरफ दौड़ने लगा. सिक्किम सरकार के मुताबिक, यह पानी बेहद तेजी से और बेहद ऊंची लहरों की शक्ल में तीस्ता नदी बेसिन की तरफ पहुंचा, जिससे मंगन, गंगटोक, पैकयॉन्ग और नामची जिलों में बाढ़ के हालात बन गए और बेहद नुकसान हुआ है.

2. निचले इलाकों में 15 मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से आया पानी

सिक्किम सरकार के मुताबिक, बाढ़ का पानी निचले इलाकों में 15 मीटर प्रति सेकंड की बेहद तेज रफ्तार से पहुंचा. CWC मेली साइट पर सुबह 6 बजे 227 मीटर का जलस्तर रिकॉर्ड किया गया, जो डेंजर लेवल से 3 मीटर ज्यादा था. अचानक बहुत ज्यादा पानी आ जाने से तीस्ता नदी पर बने चुंगथांग बांध के गेट खोलने पड़े, जिससे निचले इलाकों में पानी का जलस्तर 15-20 से भी ज्यादा ऊंचाई पर पहुंच गया.

3. पार्किंग में खड़े 41 आर्मी वाहन और 23 जवान मिनटों में बह गए

सिंगटाम के करीब बारदांग में सेना के वाहन पार्किंग में खड़े थे. ये सभी वाहन बाढ़ के पानी में बह गए. इसके साथ ही वहां मौजूद सेना के जवान भी पानी में लापता हो गए हैं, जिनकी तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. हालांकि सेना अधिकारियों का कहना है कि लगातार बारिश और तूफान के कारण लापता जवानों को तलाश करने में बेहद मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. डिफेंस पीआरओ विंग कमांडर हिमांशु तिवारी ने बताया कि बाढ़ में 23 आर्मी जवान और 41 वाहन लापता हुआ हैं. लाचेन घाटी में भयाकन बाढ़ के कारण सेना के बहुत सारे निर्माण को भी नुकसान पहुंचा है. 

4. तीस्ता बैराज में मिले 3 शव, अब तक नहीं हुई पहचान

पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव एचके द्विवेदी के मुताबिक, तीस्ता नदी के बैराज में तीन शव मिले हैं. तीनों लोगों की मौत बाढ़ के पानी में बहने के कारण होने का अनुमान है. तीनों की पहचान अब तक नहीं हो सकी है. सिक्किम सरकार के मुताबिक, गंगटोक में चार लोग बारिश के कारण हुए हादसों में घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. नामची जिले से 500 से ज्यादा लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से रेस्क्यू कर राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया है. 

5. पुलों से सड़कों तक सब बहा, गंगटोक हाईवे पूरा ध्वस्त

बाढ़ के पानी में पुलों से लेकर सड़कों तक सबकुछ बह गया है. आर्मी प्रवक्त अंजन बासुमात्रे के मुताबिक, सिक्किम को पश्चिम बंगाल से जोड़ने वाला नेशनल हाईवे-10 कई जगह से पूरी तरह ध्वस्त हो गया है, जिससे गंगटोक का सड़क संपर्क पूरी तरह कट गया है. सिंगटाम में तीस्ता नदी पर बना फुटब्रिज भी गिर गया है. नामची में भी बाढ़ के पानी के कारण कई सड़कें ब्लॉक हो गई हैं या ध्वस्त हो गई हैं. सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, मंगन जिले का चुंगथांग इलाका टूंग ब्रिज के गिर जाने से अन्य इलाकों से कट गया है. फिदांग और दिक्चू में बहुत सारे घर बह गए हैं, जबकि 6 लोग लापता बताए जा रहे हैं.

6. सिक्किम में हाई अलर्ट जारी, 4 जिलों में 8 अक्टूबर तक स्कूल बंद

सिक्किम सरकार ने राज्य में हाई अलर्ट जारी किया है. साथ ही लोगों से तीस्ता नदी से दूर रहने की अपील की है. राज्य के चार जिलों पैकयॉन्ग, गंगटोक, नामची और मंगन में स्कूल-कॉलेजों को 8 अक्टूबर तक के लिए बंद कर दिया गया है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने गंगटोक, गयालैशिंग, पैकयॉन्ग और सोरेंग जिलों में अगले दो दिन के लिए बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मंगन और नामची जिलों में बेहद भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है.

7. पश्चिम बंगाल में जलपाईगुड़ी से रेस्क्यू किए गए 10 हजार लोग

पश्चिम बंगाल में तीस्ता नदी की बाढ़ को देखते हुए सरकार ने जलपाईगुड़ी जिले में लोगों को निचले जलभराव की संभावना वाले इलाकों से रेस्क्यू करना शुरू कर दिया है. सुरक्षा के नजरिये से उठाए जा रहे इस कदम में अब तक पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 10,000 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित जगह पहुंचाए जाने का दावा किया है.

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8. पश्चिम बंगाल के तीन जिलों में हाई अलर्ट की स्थिति

पश्चिम बंगाल के तीन जिलों कलिमपोंग, दार्जिंलिंग और जलपाईगुड़ी में हाई अलर्ट घोषित किया गया है. ममता बनर्जी ने लोगों से अधिक से अधिक सतर्कता बरतने की अपील की है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने सिक्किम में बादल फटने (Sikkim Cloudburst) की घटना को ध्यान में रखकर 2 कंट्रोल रूम बनाने का आदेश दिया है, जिनमें लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर चालू करने का कहा है. कलिमपोंग जिले में मौजूद भारतीय सेना के एक कॉलम से राहत कार्यों में मदद के लिए आग्रह किया गया है.

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Sikkim Cloudburst updates flash flood in Teesta river 3 dead 23 Army jawans missing Gangtok read latest news
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बादल फटने से 3 की मौत, सेना के 23 जवानों समेत 29 लोग 15 घंटे बाद भी लापता, 8 पॉइ
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Sikkim Flash Floods के कारण तीस्ता नदी में भयानक बाढ़ आ गई है.
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Sikkim Flash Floods के कारण तीस्ता नदी में भयानक बाढ़ आ गई है.

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सिक्किम में बादल फटने से 3 की मौत, 23 जवानों समेत 29 लोग 15 घंटे बाद भी लापता, 8 पॉइंट्स में पूरी बात

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