डीएनए हिंदीः शिवसेना (Shiv Sena) नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने रविवार को देशभर में रामनवमी और हनुमान जयंती के दौरान सांप्रदायिक हिंसा की कई घटनाओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की चुप्पी पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि पीएम को लोगों को शांत करने के लिए "सांप्रदायिक सद्भाव" और "एकता" पर बात करनी चाहिए.
पीएम करें मन की बात - संजय राउत
संजय राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री को आगे आना चाहिए और इन मुद्दों पर संबोधित करना चाहिए. लोगों को शांत करने के लिए देश में सांप्रदायिक सद्भाव और एकता के बारे में बात करनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि ये राजनीतिक प्रायोजित हमले हैं और चुनावी फायदे के लिए जानबूझकर देश का माहौल खराब किया जा रहा है.
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पीएम की चुप्पी चिंताजनक
संजय राउत ने मीडियाकर्मियों से कहा, "सबसे चिंताजनक बात यह है कि प्रधानमंत्री ऐसी घटनाओं पर चुप हैं. प्रधानमंत्री को आगे आना चाहिए और सांप्रदायिक सद्भाव और एकता के बारे में बात करनी चाहिए. उन्हें आगे आकर अपनी मन की बात साझा करनी चाहिए." उन्होंने कहा आगे कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक, राम मंदिर जैसे मुद्दे अब नहीं हैं इसलिए आगामी चुनावों में वोट मांगने के लिए इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है.
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महाराष्ट्र में शांति को खतरे में डालने का प्रयास
संजय राउत ने कहा, "महाराष्ट्र में शांति को भी खतरे में डालने का प्रयास किया गया था लेकिन यहां के लोग और पुलिस शांतिपूर्ण हैं. कुछ लोगों का मिशन 'न्यू ओवैसी' के माध्यम से राम और हनुमान के नाम पर दंगा भड़काना था. राज्य में 'हिंदू ओवैसी'... हम ऐसा कुछ नहीं होने देंगे." उन्होंने आगे कहा, "मैंने किसी का नाम नहीं लिया. बीजेपी ने यूपी चुनाव जीतने के लिए एआईएमआईएम के ओवैसी के लिए जो भी काम किया, वही महाराष्ट्र के 'न्यू हिंदू ओवैसी' से करने को कहा है."
उन्होंने कहा, "चुनावी लाभ के लिए जानबूझकर देश का माहौल खराब किया जा रहा है. यह सही नहीं है. दिल्ली में हनुमान जयंती और रामनवमी के दौरान जुलूस के दौरान हिंसा हुई है जो पहले कभी नहीं हुई थी. पहले ये त्योहार शांति से मनाए जाते थे.जुलूस निकालना हिंदुओं का अधिकार है, लेकिन ये राजनीतिक प्रायोजित हमले हैं. ये हमले देश का माहौल खराब करने के लिए हो रहे हैं.
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