डीएनए हिंदी: यूक्रेन (Ukraine) में पढ़ रहे कुछ भारतीय छात्र देश लौट आए हैं. रूस (Russia) और यूक्रेन के बीच युद्ध की आशंका को लेकर भारतीय दूतावास ने अस्थाई रूस से देश वापस लौटने की अपील की थी. छात्रों ने देश लौटने के बाद कहा कि उन्हें बेहद खुशी मिल रही है.
देश लौटने वाले छात्रों में ज्यादातर छात्र यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं. छात्रों को लेने एयर इंडिया का एक स्पेशल फ्लाइट चलाई गई थी. यूक्रेन से करीब 240 भारतीयों को लाने AI 1946 ने उड़ान भरी थी. यह फ्लाइट मंगलवार रात इंदिरा गांधी इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट दिल्ली पहुंची. एयर इंडिया की इस एयरक्राफ्ट ने कीव स्थित बोरिस्पिल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से शाम करीब छह बजे उड़ान भरी.
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देश लौटकर क्या बोले छात्र?
यूक्रेन से भारत लौटने वाले लोगों के परिजन IGI एयरपोर्ट पर इंतजार कर रहे थे. फ्लाइट 1 घंटे की देरी से पहुंची. जैसे ही लोगों ने अपनों को देखा निहाल हो गए. छात्रों ने कहा है कि जैसे हालात दिखाए जा रहे हैं वैसे यूक्रेन में नहीं हैं. वहां अभी सबकुछ नॉर्मल चल रहा है.
छात्रों ने कहा कि हम वहां मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए गए थे जो भी टेंशन है वह बॉर्डर इलाके में है. घरवाले बार-बार कॉल कर रहे थे जिसकी वजह से डर लग रहा था. घरवालों के डरने की वजह से हमें भी डर लगने लगा.
छात्रों ने कहा कि अब हम इंडिया आ गए हैं. अपने देश आकर अच्छा लग रहा है. यूक्रेन से देश लौटने वाले छात्र अलग-अलग राज्यों से हैं. यूक्रेन से इंडिया की फ्लाइट का टिकट ज्यादा है. सरकार रेस्क्यू किया है इसलिए छात्रों ने धन्यवाद कहा है.
अभी यूक्रेन में हालात ठीक
नीरव पटेल, गुजरात के रहने वाले हैं. उन्होंने जी न्यूज के साथ हुई बातचीत में कहा, 'अभी यूक्रेन में हालात ठीक हैं. एम्बेसी का भी मैसेज आया था की आप यूक्रेन छोड़ दीजिए. इसलिए हम देश लौट आए.'
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MBBS की पढ़ाई कर रहे एक छात्र रेयांश ने कहा कि अगर हमला हो जाता तो वापस नहीं आ सकते थे. अभी हालात नॉर्मल हैं. एम्बेसी ने भी कहा था कि देश लौटो. देश लौटकर अच्छा लग रहा है. सरकार टिकट का किराया कम करे. एक छात्र के पिता रतन सिंह ने कहा कि हम बच्चों से रोज बात कर रहे थे. न्यूज चैनल देखकर हमने बच्चों को वापस बुलाने का फैसला लिया है.
'मीडिया ने बढ़ाई टेंशन'
यूक्रेन में पढ़ रहे एक अन्य छात्र शिवम चौधरी ने कहा कि सब मीडिया की वजह से है. परिवार वाले चैनल देखकर परेशान हो रहे हैं. कई रिपोर्टर बोलते हैं कि वे जंग के मैदान में खड़े हैं. एक अन्य छात्र ने कहा कि वहां से आने के लिए फ्लाइट का इंतजाम नहीं है. रेट बहुत ज्यादा है.
'हालात कभी भी हो सकते हैं खराब'
वहां पढ़ने वाले एक अन्य छात्र ध्रुव ने कहा कि यूक्रेन में हालात कभी भी बिगड़ सकते हैं. कभी भी लड़ाई हो सकती है. एक अन्य छात्र कुलभूषण ने कहा कि वहां पैनिक नहीं है. हम एंबेसी के टच में थे. हम कीव में थे.
पेरेंट्स की वजह से घर आए
एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे एक अन्य छात्र सत्यम ने कहा कि वहां युद्ध जैसे हालात नहीं हैं. हम पेरेंट्स की वजह से यहां लौटे हैं. अब हम यहां से ऑनलाइन पढ़ाई करेंगे. कॉलेज ने कहा है कि जब सब ठीक हो जाएगा तो वापस लौट आएं.
वहां पढ़ने वाली एक छात्रा निकिता ने कहा कि अभी यूक्रेन में पैनिक नहीं है. एंबेसी ने कहा है कि अगर जाना हो तो जा सकते हो. फ्लाइट की सुविधा अच्छी है. वहीं दूसरी छात्रा राशि ने कहा कि अभी वहां रहना सेफ नहीं है इसलिए घर लौट आई हूं. खुशी शर्मा ने कहा कि घर आकर अच्छा लग रहा है. अभी वहां कोई डर नहीं है. लेकिन कुछ भी हो सकता है.
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Russia-Ukraine Crisis: यूक्रेन से लौटे छात्रों ने बताया- वहां सबकुछ नॉर्मल लेकिन युद्ध की आशंका के चलते लौटे देश