डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को 15 से 18 साल के बच्चों के लिए Covid-19 वैक्सीनेशन अभियान को 3 जनवरी से शुरू करने की बात कही. साथ ही उन्होंने ये भी घोषणा की कि 10 जनवरी से फ्रंटलाइन वर्कर और 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को बूस्टर डोज लगने की शुरुआत होगी. राहत की इन बातों के बीच तेजी से फैलते ओमिक्रॉन ने चिंता फिर बढ़ा दी है. भारत में ओमिक्रॉन के संक्रमण का आंकड़ा 422 पार कर चुका है. अकेले महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के 108 मामले सामने आ चुके हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक ओमिक्रॉन के मामलों में क्रिसमस यानी 25 दिसंबर को काफी तेजी दर्ज की गई है. इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक ओमिक्रॉन के 415 मामले ही दर्ज किए गए थे. इसके कुछ समय बाद ही महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के दो नए मामले सामने आए और महाराष्ट्र में 108 मामलों के साथ ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा केसेस वाला प्रदेश बन गया. इसमें दूसरे नंबर पर दिल्ली है. यहां अब तक 79 मामले दर्ज किए जा चुके हैं.
India reports 6,987 new #COVID19 cases, 7,091 recoveries, and 162 deaths in the last 24 hours.
— ANI (@ANI) December 26, 2021
Active cases: 76,766
Total recoveries: 3,42,30,354
Death toll: 4,79,682
Total number of #Omicron cases 422
Total Vaccination: 141.37 cr pic.twitter.com/fpbfcTI9dg
Coronvirus: Vaccine की बूस्टर डोज को लेकर क्यों चिंता में है WHO?
इसके बाद राजस्थान का नंबर है, जहां 21 नए मामलों के साथ कुल आंकड़ा 43 तक पहुंच गया है. केरला में भी ओमिक्रॉन का एक नया मामला जुड़ने से कुल संख्या 38 हो गई है. वहीं कर्नाटक में भी 25 दिसंबर को 7 नए ओमिक्रॉन मामले दर्ज किए गए. शनिवार को पश्चिम बंगाल में भी ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया.
क्या omicron के साथ मुश्किल है कोविड, फ्लू और ज़ुकाम में अंतर पहचानना?
ओमिक्रॉन से संक्रमित लोगों में ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय यात्रा करके भारत आने वाले लोग हैं. इनमें ज्यादातर बुखार, खांसी और सर्दी के हल्के लक्षण देखे जा रहे हैं. WHO के अनुसार ओमिक्रॉन के लक्षण बेशक हल्के हों, लेकिन ये बहुत तेजी से फैलता है. ऐसे में सतर्कता और सावधानी बरतना बहुत जरूरी है.
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