डीएनए हिंदीः केन्द्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल से ज्यादा समय तक चला किसान आंदोलन केन्द्र द्वारा ही कानून वापस लेने के बाद खत्म हो चुका है. पंजाब से आए किसान अपनी जीत का जश्न मनाते हुए अपने घर वापस लौट गए हैं. इसके विपरीत भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का आंदोलन अभी भी जारी है. दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे बॉर्डर इन कारणों से अभी भी बंद हैं और पुलिस ने अभी तक ये मार्ग नहीं खोला है.
राकेश टिकैत बने मुख्य कारण
उत्तर प्रदेश और दिल्ली को कनेक्ट करने वाला गाजीपुर बॉर्डर पुलिस द्वारा खोला जा चुका है. धीरे-धीरे यहां यातायात सामान्य हो रहा है. किसान आंदोलन खत्म हो चुका है फिर भी पुलिस प्रशासन ने अभी तक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे नहीं खोला है. वहीं इसकी वजह जब पूछी गई तो कारण भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ही निकले. पुलिस के मुताबिक जब तक सभी किसान धरना स्थल नहीं छोड़ेंगे, तब तक राष्ट्रीय राजमार्ग नहीं खोला जाएगा.
क्यों नहीं खुल रहा राजमार्ग
एक्सप्रेस-वे खोलने को लेकर पुलिस ने बताया है कि यूपी गेट पर प्रदर्शन कर रहे ज्यादातर किसान तो घर लौट चुके हैं लेकिन उनमें से कुछ अब भी एनएच-9 पर डीएमई फ्लाईओवर के नीचे तंबू डाले हुए हैं. इन किसानों का स्पष्ट कहना है कि वे 15 दिसंबर को भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के साथ ही इस हाइवे को खाली करेंगे. अब जब तक राकेश टिकैत इस हाइवे से नहीं हटते, तब तक इस इलाके से गुजरने वालों को मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा.
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