डीएनए हिंदी: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पूर्वी नौसेना कमान के तीन दिवसीय दौरे पर रविवार को विशाखापत्तनम पहुंचे हैं. राष्ट्रपति सोमवार को बंगाल की खाड़ी में राष्ट्रपति के बेड़े की समीक्षा करेंगे. बतौर राष्ट्रपति पहली बार बेड़े की समीक्षा करेंगे. इससे पहले 2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने समीक्षा की थी. एयरपोर्ट पर प्रेसिडेंट का स्वागत करने के लिए आंध्र प्रदेश के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी पहुंचे थे.
भारतीय नौसेना-राष्ट्र की सेवा में 75 साल है थीम
ईएनसी के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल बिस्वजीत दासगुप्ता और अन्य अधिकारी भी राष्ट्रपति के स्वागत के लिए पहुंचे थे. आजादी का अमृत महोत्सव उपलक्ष्य के तहत इस बार ‘प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू-2022’ की थीम ‘भारतीय नौसेना-राष्ट्र की सेवा में 75 साल’ रखी गई है.
विशाखापत्तनम में दूसरी बार होगी समीक्षा
सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर के रूप में भारत के हरेक राष्ट्रपति अपने कार्यकाल में एक बार भारतीय नौसैनिक बेड़े की समीक्षा करते हैं. पीएफआर-22 इस तरह की 12वीं समीक्षा होगी. पीएफआर का मकसद देश को भारतीय नौसेना की तैयारियों, मनोबल और अनुशासन को बनाए रखने के लिए एक तरह का औपचारिक रस्मी कार्यक्रम होता है. यह दूसरी बार है जब विशाखापत्तनम पीएफआर की मेजबानी करेगा. पहली बार 2006 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने विशाखापत्तनम में नौसैनिक बेड़े की समीक्षा की थी.
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प्रेसिडेंट के कार्यक्रम में 50 विमान करेंगे फ्लाई पास्ट
2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मखर्जी ने विशाखापत्तनम में अंतरराष्ट्रीय बेड़े की समीक्षा की थी. अधिकारियों ने बताया कि पीएफआर-22 के तहत राष्ट्रपति युद्धपोतों सहित नौसेना के 2 बेड़ों और तटरक्षक बल, भारतीय नौवहन निगम और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के बेड़ों की समीक्षा करेंगे. इसमें 10,000 से अधिक कर्मियों की ओर से संचालित 60 जहाज और पनडुब्बियां शामिल होंगी. अधिकारियों के मुताबिक कार्यक्रम में 50 विमान भी शिरकत करेंगे और वो एक फ्लाई-पास्ट का प्रदर्शन करेंगे.
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