डीएनए हिंदीः यूक्रेन पर रूस के हमले (Russia Ukraine War) के बाद वहां कई भारतीय छात्र फंसे हुए हैं. यह छात्र सोशल मीडिया पर अपने वीडियो शेयर कर मदद की गुहार लगा रहे हैं. ऐसे में एक छात्रा के वीडियो से बवाल मच गया है. वीडियो सामने आने के बाद लोगों ने इस पहचान लिया कि मदद की गुहार लगा रही लड़की कोई और नहीं उनके गांव की प्रधान है.
दरअसल वीडियो में दिख रही छात्रा को हरदोई (Hardoi) जिले के एक गांव का प्रधान बताया गया. यह यूक्रेन से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है. वीडियो सामने आते ही प्रशासन ने प्रधान के खातों की जांच के आदेश दिए हैं. प्रशासन यह भी जांच कर रहा है कि प्रधान रहते हुए वह विदेश में पढ़ाई करने कैसे गईं. छात्रा का नाम वैशाली बताया जा रहा है.
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सपा नेता की बेटी हैं प्रधान
वैशाली के पिता पूर्व ब्लॉक प्रमुख महेंद्र यादव हैं जो कि समाजवादी पार्टी में भी नेता हैं. हरदोई जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष मीरा अग्रवाल ने कहा कि वैशाली जिले के सांडी ब्लॉक के तेरापुरसेलीं गांव की प्रधान हैं. उन्होंने बताया कि वैशाली पंचायत चुनाव के दौरान गांव आई थी और ग्राम प्रधान का चुनाव जीता था. लोग कहते हैं कि वैशाली सिर्फ कागजों पर प्रधान हैं असली कामकाज तो उनके पिता ही देखते हैं.
प्रशासन ने सीज किए खाते
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हरदोई सीडीओ आकांक्षा राणा के मुताबिक वैशाली नाम की छात्रा MBBS की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गई थीं जो कि हरदोई की रहने वाली और तेरा पुरसैलीगांव की प्रधान भी है. फिलहाल जानकारी सामने आने के बाद प्रधान के खातों को सीज कर दिया गया है.
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यूक्रेन में MBBS कर रही थी इस गांव की प्रधान, मदद के लिए बनाया वीडियो तो खुली पोल