डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) यूरोप के तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में सोमवार को जर्मनी पहुंचे हैं. वह जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्ज के साथ द्विपक्षीय बैठक को संबोधित करेंगे जर्मनी में भारतीय मूल के लोगों ने पीएम मोदी का स्वागत किया और उनकी तारीफ भी की. पीएम मोदी को कुछ बच्चों ने पेंटिंग्स भेंट की जिस पर पीएम ने हस्ताक्षर भी किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यूरोप दौरा बेहद अहम है. यूरोप बड़े संकट से जूझ रहा है. यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग अभी तक थमी नहीं है. ऐसी स्थिति में पीएम मोदी का दौरा भारत के लिए दूसरे कारणों से भी खास है.
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क्यों खास है पीएम मोदी का यूरोप दौरा?
1. भारत-जर्मनी के रिश्ते होंगे मजबूत
यात्रा के पहले चरण में पीएम मोदी बर्लिन में जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्ज के साथ वार्ता करेंगे और दोनों नेता छठी भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श (आईजीसी) बैठक की सह-अध्यक्षता भी करेंगे. इस दौरान दोनों नेता विस्तृत द्विपक्षीय चर्चा करेंगे और दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत करने पर बात करेंगे. पीएम मोदी ने बर्लिन पहुंचने पर ट्वीट किया, 'बर्लिन पहुंच गया. आज मैं चांसलर ओलाफ शॉल्ज से बातचीत करूंगा और कारोबारी दिग्गजों से मुलाकात करूंगा. मुझे पूरा विश्वास है कि इस यात्रा से भारत और जर्मनी के बीच मित्रता प्रगाढ़ होगी.'
2. फ्रांस के साथ और मजबूत होगी डिफेंस डील
पीएम मोदी का फ्रांस दौरे के दौरान रक्षा सहयोग और व्यापार पर पर पूरा जोर रहेगा. फ्रांस में पीएम मोदी फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे और रक्षा व सुरक्षा पर बातचीत करेंगे. बता दें कि रक्षा क्षेत्र में भारत और फ्रांस के बीच रिश्ते काफी पुराने हैं. फ्रांस जगुआर और मिराज-2000 लड़ाकू विमान भारत को देता रहा है. इसके अलावा उन्नत लड़ाकू विमान राफेल भी भारत के पास पहुंच चुका है.
3. मजबूत होंगे भारत-डेनमार्क के रिश्ते
भारत के रिश्ते डेनमार्क के साथ हमेशा से अच्छे रहे हैं. पीएम मोदी के इस दौरे के बाद भारत-डेनमार्क के रिश्ते और मजबूत होंगे. डेनमार्क की पीएम मेटे फ्रेडरिक्सन ने भारत दौरे के दौरान पीएम मोदी को दूसरे नार्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था.
4. कारोबारी संबंध होंग बेहतर
डेनमार्क और भारत के बीच संबंध और बेहतर होगा. 2021-22 में भारत और डेनमार्क के बीच 11428 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार हुआ है जबकि अप्रैल 2000 से दिसंबर 2021 तक डेनमार्क ने भारत में 5318 करोड़ रुपये का निवेश किया है. ऐसे में दोनों देशों के बीच कारोबारी संबंध और प्रगाढ़ होने वाले हैं.
5. रूस-यूक्रेन युद्ध पर पड़ेगा असर
रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच हो रही पीएम मोदी की इस यात्रा पर पूरी दुनिया की नजर है. उम्मीद की जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस और यूक्रेन के बीच शांतिपूर्ण समाधान के लिए वैश्विक नेताओं से बात कर सकते हैं. पीएम मोदी उन्हीं देशों का दौरा कर रहे हैं जिन्होंने रूस के खिलाफ रूख अख्तियार किया है. अब देखने वाली बात यह होगी कि पीएम मोदी कौन सा रुख अख्तियार करते हैं.
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PM Modi का यूरोप दौरा क्यों है खास? 5 पॉइंट्स में समझें