डीएनए हिंदीः बिहार के पूर्वी चंपारण के चकिया-केसरिया के पास जानकीपुर में 'विराट रामायण मंदिर' बन रहा है. यह मंदिर न केवल हिंदुओ की आस्था का केंद्र बनेगा, बल्कि हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल भी कायम करेगा. मंदिर के निर्माण के लिए मुस्लिम परिवार भी बड़े पैमाने पर जमीन दान कर रहे हैं. ऐसे परिवारों को पटना हनुमान मंदिर द्वारा सम्मानित किया जाएगा.
बता दें कि रामायण मंदिर बिहार का सबसे भव्य मंदिर होने के साथ ही देश के सबसे बड़े मंदिरों में से एक होगा. 105 एकड़ जमीन पर बनने जा रहा यह मंदिर 270 फीट ऊंचा, 1080 फीट लंबा और 540 फीट चौड़ा होगा.
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वहीं मंदिर का निर्माण इस तरह कराया जा रहा है कि इसकी शान कई सौ साल तक कायम रहे. बताया जा रहा है कि मंदिर लगभग ढाई सौ साल तक टिकाऊ होगा. इसके लिए केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) के पूर्व महानिदेशक विनीत जायसवाल को मुख्य परामर्शी बनाया गया है. मंदिर 250 वर्ष से ज्यादा समय तक टिके इसके लिए मंदिर के स्ट्रक्चरल डिजाइन में विशेष बदलाव किए जा रहे हैं.
महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल के मुताबिक, पहले विराट रामायण मंदिर का स्ट्रक्चर न्यूनतम 100 साल की मजबूती के हिसाब से तैयार किया गया था. लोहा, सीमेंट और टफेन ग्लास से पूरा मंदिर बनाया जाना था. अब विशेष तरीके के स्टील का इस्तेमाल कर निर्माण किया जाएगा. मंदिर के बाहरी परिसर का काम चल रहा है.
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दुनिया के सबसे बड़े Ramayan Mandir के लिए मुस्लिमों ने दान की जमीन, जानें क्या होगी खासियत