मुंबई में समुद्री सुरक्षा पर बहुत बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. मुंबई पुलिस की पेट्रोलिंग टीम ने अरब सागर में गेटवे ऑफ इंडिया के पास एक संदिग्ध बोट में सवार तीन लोगों को दबोचा है. ये तीनों लोग कुवैत से बोट लेकर निकले थे और भारतीय समुद्री इलाके में घुसकर बिना किसी रोकटोक के मुंबई तक पहुंच गए हैं. इन तीनों की गिरफ्तारी के बाद हड़कंप मच गया है. बता दें कि साल 2008 में मुंबई में घुसकर भयानक तबाही मचाने वाले आतंकी अजमल कसाब और उसके साथी समुद्र के रास्ते बोट के जरिये ही यहां तक पहुंचे थे. इसके बाद समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने के दावे लगातार सभी सरकार करती रही हैं. मुंबई पुलिस के मुताबिक, तीनों गिरफ्तार लोग भारतीय मूल के ही हैं. उनसे पूछताछ की जा रही है.
तमिलनाडु के रहने वाले हैं तीनों आरोपी
PTI के मुताबिक, मुंबई पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को कुवैत से आने वाली एक बोट को पकड़ा गया है, जिसमें तीन लोग सवार थे. तीनों तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले के तमिल मछुआरे हैं, जिनके नाम एंटनी, निडिसो डिटो और विजय एंटनी हैं. बोट की छानबीन में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है. आगे जांच की जा रही है और तीनों से पूछताछ भी चल रही है.
वेतन नहीं मिलने पर चुराकर भागे थे बोट
मुंबई पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक, तीनों मछुआरों ने पूछताछ में बताया है कि उन्हें कुवैत में काम करने के बदले वेतन नहीं मिल रहा था. इसके चलते वे अब्दुल्ला शरीफ नाम की बोट चुराकर वहां से भारत के लिए भागे हैं. रास्ता भटकने के कारण वे मुंबई पहुंच गए हैं. हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस बात की पुष्टि की जा रही है.
कसाब और उसके 9 साथी भी घुसे थे इसी रास्ते से
अजमल कसाब और उसके 9 पाकिस्तानी आतंकी साथी नवंबर 2008 में पाकिस्तान के कराची से बोट के जरिये ही मुंबई में घुसे थे. इन लोगों ने मुंबई में 26 नवंबर, 2008 को ताज होटल समेत कई जगह तबाही मचाते हुए अंधाधुंध फायरिंग की थी. इसके चलते मुंबई पुलिस और सुरक्षा बलों के 18 जवानों समेत कुल 166 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद समुद्री सुरक्षा को कड़ा करने के दावे हुए थे, लेकिन इन दावों की पोल अब इन मछुआरों के कुवैत से मुंबई पहुंच जाने से खुल गई है.
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