डीएनए हिंदी: इन दिनों देशभर में ऑनलाइन क्लासेज चल रही हैं. इस बीच कहीं तो अच्छे रिजल्ट आ रहे हैं लेकिन बड़ी क्लास के Students में ऑनलाइन क्लास का कुछ अच्छा असर देखने को नहीं मिल रहा. हर जगह से इसी तरह की रिपोर्ट्स हैं कि 9वीं, 11वीं के Students की पढ़ाई पर बहुत असर पड़ा है. ऐसी ही खबर तेलंगाना से है जहां 11वीं के 50 फीसदी स्टूडेंट फेल हो गए. इसके बाद से वहां का उच्च शिक्षा विभाग चिंता में है. विभाग अब इस ऑनलाइन क्लास के सिस्टम को रीरिव्यू करने पर विचार कर रहा है.
तेलंगाना स्टेट बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन (TSBIE) द्वारा कराए गए एग्जाम में केवल 49% स्टूडेंट ही पास हुए. प्राइवेट इंस्टिट्यूट के बच्चे जिनके पास बेहतर इंटरनेट कनेक्शन और डिवाइस थे उन्होंने सरकारी स्कूल के स्टूडेंट के मुताबिक बेहतर परफॉर्म किया. ग्रामीण क्षेत्रों के स्टूडेंट सभी सब्जेक्ट में फेल हुए.
अब स्टूडेंट जिन भी सब्जेक्ट में फेल हुए हैं उन्हें वो पेपर फाइनल एग्जाम में देने होंगे. ऑनलाइन पढ़ाई के चलते हो रहे नुकसान के खिलाफ भारतीय स्टूडेंट फेडरेशन लगातार प्रदर्शन कर रही है. फेडरेशन का कहना है कि असरदार ऑनलाइन पढ़ाई न हो पाने का हर्जाना स्टूडेंट क्यों भरेंगे.
TSBIE के सेक्रेटरी ओमर जलील का कहना है, 'मुझे नहीं लगता कि कॉन्टेंट के साथ कोई समस्या है लेकिन परेशानी इस बात की है स्टूडेंट इसे कैसे समझ रहे हैं. क्लास को दूरदर्शन और TSBIE के यूट्यूब चैनल पर टेलीकास्ट करने के अलावा टीचर्स नें Zoom क्लास भी ली हैं.' वहीं एक स्टूडेंट ने कहा, 'टीचर काफी हार्ड मार्किंग कर रहे हैं. हमें ऐसा इंप्रेशन दिया था कि केवल पेपर में शामिल होना ही काफी है बोर्ड पासिंग मार्क दे देगा. इस वजह से मैं फिजिक्स और मेरे दोस्त किसी न किसी सब्जेक्ट में फेल हो गए.'
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