डीएनए हिंदी: ई-श्रम कार्ड देश के हर कोने में स्वीकार्य है. इसके जरिए यूपी सरकार (UP Government) मार्च तक 500 रुपये महीना दे रही है और इसके साथ ही पोर्टल से जुड़ने वाले श्रमिकों को रजिस्ट्रेशन के बाद दुर्घटना बीमा की भी सुविधा मिलती है. PMSBY के तहत आंशिक दिव्यांग को 1 लाख रुपये और स्थायी दिव्यांग को 2 लाख रुपये तक का बीमा कवर मिलेगा.
वहीं आज यानी 7 जनवरी 2021 की सुबह तक ई-श्रम (e-SHRAM) पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने वाले असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की संख्या 19 करोड़ 98 लाख 52 हजार 744 पर पहुंच गई है. पंजीकरण कराने वालों में सबसे ज्यादा संख्या ओबीसी की है.
ई-श्रमिक कार्ड पाने वालों में ओबीसी 45.29 फीसदी, सामान्य वर्ग के कामगार 25.80 फीसदी, एससी 21.98 फीसदी और एसटी 6.93 फीसदी है.
बीते सोमवार को योगी सरकार ने मजदूरों के खातों में 1000-1000 रुपये डाले थे जिसके बाद यूपी में ई-श्रमिक कार्ड बनवाने वालों की संख्या 7 करोड़ 27 लाख से अधिक हो गई है. दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल 2.39 करोड़ श्रमिकों के साथ है. इसके बाद बिहार तीसरे नंबर पर और ओडिशा चौथे नंबर पर है.
कौन-कौन बनवा सकता है कार्ड
रिसेप्शनिस्ट, पूछताछ वाले क्लर्क, ऑपरेटर, मंदिर के पुजारी, दुकान का नौकर/ सेल्समैन/ हेल्पर, ऑटो चालक, ड्राइवर, कंस्ट्रक्शन वर्कर, प्रवासी श्रमिक, स्ट्रीट वेंडर, घरेलू कामगार, कृषि, पंचर बनाने वाला, चरवाहा, डेयरी वाले, सभी पशुपालक, पेपर का हॉकर, जोमैटो स्विगी के डिलीवरी बॉय, अमेजन फ्लिपकार्ट के डिलीवरी बॉय (कूरियर वाले), नर्स, वार्डबॉय, आया, ट्यूटर, घर का नौकर - नौकरानी (काम वाली बाई), खाना बनाने वाली बाई (कुक), सफाई कर्मचारी, गार्ड, ब्यूटी पार्लर की वर्कर, नाई, मोची, दर्जी ,बढ़ई , प्लम्बर, बिजली वाला (इलेक्ट्रीशियन), पुताई वाला (पेंटर), टाइल्स वाला भी रजिस्ट्रेशन करवा सकता है. अगर ईएसआईसी या ईपीएफओ के सदस्य नहीं हैं और ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्टर्ड हैं तो अपना अकाउंट जरूर चेक कीजिए.
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