डीएनए हिंदी: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह पर लगातार इस्तीफे का दबाव बढ़ रहा है. विपक्षी पार्टियां आरोप लगा रही हैं कि वे मणिपुर हिंसा रोकने में नाकाम रहे हैं, इसलिए उन्हें इस्तीफा देना चाहिए. वह इस्तीफे के लिए तैयार हो गए थे लेकिन उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया.
शनिवार को एन बीरेन सिंह ने कहा है कि उन्होंने पद से हटने का फैसला क्यों लिया था. जैसे ही एन बीरेन सिंह के समर्थकों को यह खबर पता चली कि वह इस्तीफा देने राजभवन जा रहे हैं, समर्थकों ने उन्हें राजभवन जाने से रोक दिया.
जब उनसे पूछा गया कि वह इस्तीफे पर विचार क्यों कर रहे हैं उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के पुतले लोग जला रहे थे. बीजेपी कार्यालय पर हमले की कोशिशें हुईं. केंद्र ने मणिपुर के लिए क्या किया है और हमने क्या किया है, सवाल उठ रहे हैं. मुझे शक हुआ क्या हमने सच में विश्वास खो दिया है. इस बारे में सोचकर मुझे बुरा लगा. कुछ दिन पहले एक बाजार में कुछ लोगों ने मेरे खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया था. मुझे अच्छा नहीं लग रहा था. इसलिए, मैंने यह निर्णय लिया है.'
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लोगों ने फाड़ दिया था सीएम का इस्तीफा
सीएम एन बीरेन सिंह के समर्थकों ने उनका इस्तीफा फाड़ दिया था. लोगों ने अपील की थी कि वह मुख्यमंत्री बने रहें. खुद बीरेन सिंह को कहना पड़ा कि ऐसे वक्त में वह फिलहाल इस्तीफा नहीं दे रहे हैं.
क्यों टाला इस्तीफा देने का फैसला?
एन बीरेन सिंह ने कहा, 'कोई भी नेता जनता के विश्वास के बिना नेता नहीं बन सकता. मुझे अच्छा लग रहा है कि जब मैं सीएम हाउस से बाहर निकला तो सड़कों पर भारी भीड़ थी. वे रोये और मुझ पर अपना भरोसा दिखाया. इससे मेरे विचार गलत साबित हुए. लोग अब भी मेरे समर्थन में खड़े थे. उन्होंने मुझसे कहा कि मैं इस्तीफा न दूं. यदि वे मुझसे इस्तीफा देने के लिए कहेंगे, तो मैं इस्तीफा दे दूंगा. अगर वे मुझसे ऐसा न करने को कहें तो मैं ऐसा नहीं करूंगा.'
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विपक्ष मांग रहा है एन बीरेन सिंह का इस्तीफा
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, राज्य में भड़की हिंसा को लेकर विपक्ष के निशाने पर हैं. लोग उनके प्रशासन पर सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं. 3 मई को मैतेई और कुकी समुदायों के बीच भड़की जातीय हिंसा में 100 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है.
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'पहले दिया इस्तीफा फिर फैसले से पलटे,' मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने क्यों किया ऐसा? जानिए वजह